संथाल हूल एक्सप्रेस रांची डेस्क
राँची: 6 सितम्बर 2025।
झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (JLKM) ने अपने संगठनात्मक अनुशासन को सख्ती से लागू करते हुए पूर्व प्रत्याशी निशा भगत के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। कुड़मी समुदाय के संबंध में दिए गए विवादित बयान को गंभीर मानते हुए पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष जयराम कुमार महतो ने उन्हें सभी पदों और जिम्मेदारियों से तत्काल प्रभाव से मुक्त कर दिया है। साथ ही, उन्हें अगले छह वर्षों तक पार्टी की किसी भी गतिविधि में शामिल होने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
पार्टी द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि JLKM समाज के सभी वर्गों, धर्मों और जातियों के सम्मान एवं समानता की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे में किसी भी समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक बयान पार्टी की नीति व सिद्धांतों के खिलाफ है और इसे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
इस कार्रवाई के बाद निशा भगत ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी। उन्होंने लिखा, “ईसाई समुदाय के बारे में बोली तो JLKM को कोई आपत्ति नहीं हुई, लेकिन कुर्मी समुदाय के बारे में बोली तो बवाल मचाया जा रहा है। कुर्मी समुदाय किसी भी कीमत पर आदिवासी हितैषी नहीं हो सकते। पार्टी पहले छोड़ती तो कुर्मियों की मानसिकता का पता नहीं चलता। उम्मीद करती हूं कि जयराम महतो की मानसिकता का भी सबको पता चल गया होगा। JLKM सभी धर्मों के लोगों को साथ लेकर चलने की हैसियत नहीं रखती।”
गौरतलब है कि निशा भगत का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया था, जिसके बाद पार्टी के भीतर विरोध के स्वर तेज हो गए। अंततः JLKM ने अनुशासन समिति की संस्तुति पर यह कठोर कदम उठाया।