इंसानियत अभी भी जिंदा है….!

अचेत वृद्ध व्यक्ति को देख कर युवाओं ने तुरंत बढ़ाया मदद का हाथ

संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

हजारीबाग : आज के दौर में जब असंवेदनशीलता की खबरें आम हो रही हैं, तब कुछ सकारात्मक खबरें मन को सुकून देती हैं और यह बताती हैं कि समाज में अभी भी इंसानियत जिंदा है। हजारीबाग में आज ही घटी एक घटना इसका जीता-जागता प्रमाण है। हजारीबाग के मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ट्रामा सेंटर के पीछे झाड़ियों में एक वृद्ध व्यक्ति को अचेत अवस्था में पड़े देखकर कुछ युवाओं ने तुरंत मदद का हाथ बढ़ाया। भाजयुमो कार्यकर्ता आशेष सिन्हा, मुक्तिधाम सेवा संस्थान के कर्मी राम लखन प्रजापति और अस्पताल के सेवा कर्मी राहुल कुमार पासवान और रंजीत कुमार ने बिना देर किए झाड़ियों में कूदकर उस वृद्ध को सुरक्षित बाहर निकाला। मददगार युवाओं की दरियादिली यहीं नहीं रुकी। उन्होंने वृद्ध व्यक्ति को अच्छी तरह से नहलाया-धुलाया, उन्हें नए कपड़े पहनाए और फिर बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। वृद्ध अपनी पहचान के बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं बता पा रहे हैं, जिसके कारण उनकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। इस नेक कार्य को करने वाले सभी युवाओं के दिलेरी और जज्बे को हम सलाम करते हैं। हम भी अस्पताल प्रबंधन से उनके बेहतर इलाज का आग्रह करते हैं और उनकी पहचान सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। अगर आप इस वृद्ध व्यक्ति को जानते हैं या उनकी पहचान में मदद कर सकते हैं, तो कृपया आगे आएं और उनके परिवार तक यह जानकारी पहुँचाने में हमारी मदद करें। आपकी एक छोटी सी मदद उन्हें अपनों से मिला सकती है। रंजन चौधरी सांसद मीडिया प्रतिनिधि, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र।

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

Leave a Comment