नई दिल्ली/रांची: आज मांडू विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन से एक सौजन्य भेंट की, जिसमें उन्होंने मांडू क्षेत्र के विकास, शिक्षा और रोजगार सृजन से संबंधित कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं। यह मुलाकात मांडू क्षेत्र के समग्र विकास के लिए त्वरित और ठोस पहल की आवश्यकता को उजागर करती है।
प्रमुख मांगें:
- इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेज की स्थापना:
प्रतिनिधिमंडल ने मांडू विधानसभा क्षेत्र में एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज की स्थापना की मांग की। इससे न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी, बल्कि स्थानीय युवाओं को बेहतर शैक्षणिक अवसर भी उपलब्ध होंगे। - बंद कोलवरियों का पुनः संचालन:
लइयो, सिरका, और काजू बागान कोलवरी जैसी बंद पड़ी खदानों के पुनः संचालन की मांग की गई, जिससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा हो सकें और स्थानीय अर्थव्यवस्था में मजबूती आए। - करमा कोलवरी में हालिया घटना पर चर्चा और मुआवजा:
करमा कोलवरी में हुई हालिया घटना पर चर्चा करते हुए, प्रतिनिधिमंडल ने उचित मुआवजे की मांग की और स्थानीय लोगों द्वारा किए गए घेराव के मद्देनजर समाधान की आवश्यकता व्यक्त की। - स्थानीय युवाओं को सुरक्षा बल में नियुक्ति:
सीसीएल में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षा बलों में नियुक्त करने की पुन: मांग की गई, ताकि उन्हें अपने क्षेत्र में रोजगार मिल सके। - पुंडी कोलवरी से संबंधित वित्तीय भुगतान:
प्रतिनिधिमंडल ने जानकारी दी कि पुंडी कोलवरी में ₹500 करोड़ जमा हो चुका है, जबकि ₹1500 करोड़ की राशि लंबित है। चेयरमैन से अनुरोध किया गया कि शेष राशि को शीघ्र जमा कराने के लिए कदम उठाए जाएं ताकि खदान का संचालन फिर से शुरू हो सके।
चेयरमैन महोदय ने सभी मांगों को गंभीरता से सुना और प्रत्येक बिंदु पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया। यह भेंट मांडू विधानसभा क्षेत्र के प्रगति और पुनर्निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।