बिरसा कृषि विश्वविद्यालय का स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया
- रांची /पाकुड़ संवाददाता / मनोज प्रसाद
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, कौके ने अपने 45वें स्थापना दिवस समारोह को बड़े ही धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में राज्य के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री श्री नेहा शिला निडी एवं विभागीय सचिव अबु बकर सिद्दीकी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में राज्य भर से आए उत्कृष्ट किसानों को उनके नवाचार व तकनीकी योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसी क्रम में पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड के प्रगतिशील किसान ** दीपक कुमार** को डेयरी फार्मिंग में उन्नत तकनीक अपनाने के लिए कृषि व पशुपालन मंत्री नेहा शिल्पी तिर्की ने विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
दीपक कुमार के डेयरी फार्म में गिर, साहिवाल, रेड सिंधी, थरपारकर जैसी देशी एवं जर्सी व फ्रिजियन जैसी विदेशी नस्ल की लगभग 30 उच्च गुणवत्ता की दुधारू गायें पाली जाती हैं। इनके अलावा फार्म में मुरी, जाफराबादी और नीली रवि नस्ल के भैंस भी रखे गए हैं।
श्री कुमार को विशेष रूप से “सेक्स सॉर्टेड सीमेन” तकनीक** से कृत्रिम गर्भाधान अपनाने के लिए सम्मानित किया गया, जिससे 90% तक मादा बछड़े पैदा होने की संभावना रहती है। इससे पशुपालकों को अतिरिक्त लाभ प्राप्त होता है। वे देश के प्रतिष्ठित नस्ल सुधार केन्द्रों से उच्च गुणवत्ता वाले सांडों के वीर्य का उपयोग करते हैं, जिससे नस्ल सुधार के साथ-साथ दुग्ध उत्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है।
उन्होंने पशुपालन प्रबंधन में हरे चारे की महत्ता को समझते हुए मक्का, बाजरा, जई और बरसीम जैसी फसलों की खेती कर पशुओं के लिए पोषक आहार सुनिश्चित किया है। उनके फार्म से प्रतिदिन लगभग 100 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है, जिससे पनीर व घी जैसे उत्पाद भी बनाए जाते हैं। स्थानीय बाजार में दूध व दुग्ध उत्पादों की आपूर्ति कर वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन चुके हैं।
श्री दीपक कुमार को इस कार्य में पशुपालन विभाग के डॉ. मनु जायसवाल और कृषि विज्ञान केंद्र महेशपुर के वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार का तकनीकी सहयोग प्राप्त होता है। सम्मान मिलने पर श्री दीपक ने अपने पिता श्री वीरेन्द्र प्रताप सिंह के योगदान व परिवार के सहयोग के लिए आभार प्रकट किया।
स्थापना दिवस समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति, शिक्षक, छात्र और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।