पाकुड़ नगर
झारखंड-पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली मालपहाड़ी सड़क पर स्थित वन सी और टू सी रेल फाटक अब आम जनता के लिए गंभीर खतरा बन गए हैं। सुरक्षा इंतजाम न होने से यहां रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं। मरीजों के लिए जीवनरेखा बनी इस सड़क पर फाटक हाथ से खोले जाते हैं और कोई चौकीदार या अलार्म नहीं है, जिससे एंबुलेंस सहित वाहनों को भारी जाम का सामना करना पड़ता है।
ईस्टर्न जोनल रेलवे पैसेंजर्स एसोसिएशन (ईजेरप्पा) के हावड़ा मंडल प्रतिनिधियों ने फाटकों का निरीक्षण किया। सिग्नल विभाग के कनिष्ठ अभियंता रणधीर पासवान ने बताया कि वन सी फाटक इंजीनियरिंग विभाग के अधीन है, जबकि टू सी निजी मालगाड़ी लाइन का है, जिसके कारण विभाग अपनी जिम्मेदारी से बचते दिख रहे हैं।
ईजेरप्पा अध्यक्ष हिसाबी राय ने कहा कि यह सिर्फ यातायात नहीं, बल्कि जीवन रक्षा का मामला है। उन्होंने रेलवे मंत्रालय और संबंधित विभागों से दोनों फाटकों पर शीघ्र रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) बनाने की मांग की, जिससे दुर्घटना जोखिम कम होगा और मरीजों को इलाज के लिए सुगम रास्ता मिलेगा।
शहरवासियों ने भी हादसों के बढ़ते आंकड़ों को लेकर चिंता जताई है।