संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
रांची:झारखंड के स्वाभिमान और अस्मिता की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाने वाली आजसू पार्टी अब अपने स्थापना दिवस को “बलिदान दिवस” के रूप में मनाने जा रही है। आगामी 22 जून को पार्टी का स्थापना दिवस एक ऐतिहासिक आयोजन के रूप में राज्यभर में मनाया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य समारोह राजधानी रांची के हरिवंश टाना भगत इनडोर स्टेडियम, खेलगांव में आयोजित किया जाएगा।
आजसू पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में आयोजित एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में वरिष्ठ झारखंड आंदोलनकारी नेता डॉ. देवशरण भगत, प्रवीण प्रभाकर, हसन अंसारी, राजेंद्र मेहता, और दीपक महतो ने यह घोषणा की। प्रेस कांफ्रेंस में युवा नेता संजय मेहता, मीडिया संयोजक परवाज़ खान, और महानगर प्रवक्ता देवाशीष चट्टोराज सहित कई पदाधिकारी भी मौजूद थे।
शहीदों की स्मृति में समर्पित ‘बलिदान दिवस’
प्रमुख प्रवक्ता डॉ. देवशरण भगत ने कहा:22 जून का यह दिन उन वीर सपूतों को समर्पित है, जिन्होंने झारखंड की अस्मिता, अधिकारों और पहचान की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर किए। यह केवल स्मृति का दिन नहीं, बल्कि आत्ममंथन और भविष्य निर्माण का अवसर है।”
उन्होंने बलिदान दिवस को झारखंडी चेतना का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह दिन हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि राज्य के गठन के बाद हम जनता की उम्मीदों पर कितने खरे उतरे हैं। “यह संकल्प का दिन है, शहीदों के अधूरे सपनों को पूरा करने की दिशा में ठोस पहल का दिन है।”
राज्यभर से जुटेंगे कार्यकर्ता
वरिष्ठ नेता प्रवीण प्रभाकर ने जानकारी दी कि बलिदान दिवस के मुख्य समारोह में राज्य के सभी 24 जिलों और 260 प्रखंडों से हजारों कार्यकर्ता रांची पहुंचेंगे।
उन्होंने बताया कि 21 जून को बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर प्रत्येक जिला एवं विधानसभा क्षेत्र में झारखंड आंदोलनकारियों का सम्मान किया जाएगा, ताकि उनकी योगदान की सार्वजनिक मान्यता दी जा सके।
अनुषंगी संगठनों की सक्रिय भागीदारी
केंद्रीय उपाध्यक्ष हसन अंसारी ने बताया कि पार्टी के सभी अनुषंगी संगठनों – महिला, युवा, छात्र, अधिवक्ता, किसान, बुद्धिजीवी और श्रमिक इकाइयों के प्रतिनिधि इस समारोह में भाग लेंगे। उन्होंने कहा:सभी जिलों और प्रमंडलों में तैयारी बैठकें हो चुकी हैं, और कार्यकर्ता पूरे उत्साह से बलिदान दिवस की तैयारी में जुटे हुए हैं।
आजसू में युवाओं का बढ़ता विश्वास
इस प्रेस कांफ्रेंस से पहले, कई युवाओं ने आजसू पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इनमें प्रमुख नाम हैं – सुमित कुमार, अभिषेक त्रिवेदी, संजीव कुमार पासवान, पिंकू कुमार वर्मा, पीनू प्रसाद, और अमित। यह आजसू की बढ़ती लोकप्रियता और युवाओं में पार्टी के प्रति बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण आयोजन
22 जून को होने वाला बलिदान दिवस न केवल आजसू पार्टी के संगठनात्मक शक्ति प्रदर्शन का प्रतीक होगा, बल्कि यह झारखंड के राजनीतिक परिदृश्य में नई ऊर्जा और विमर्श को भी जन्म देगा।
कार्यक्रम में झारखंड आंदोलन के ऐतिहासिक पहलुओं पर मंथन, वर्तमान चुनौतियों की समीक्षा, और आगामी राजनीतिक रणनीति पर चर्चा की जाएगी।
