राँची
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) द्वारा झारखंड प्रदेश में कांग्रेस के हालिया राज भवन घेराव पर कड़ी प्रतिक्रिया दी गई है। प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाया कि कांग्रेस का यह प्रदर्शन केवल एक दिखावा है।
सागर कुमार ने बताया कि 1871 से 1951 तक के जनगणना प्रपत्र में आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड था, जिसे 1961 के जनगणना में साजिश के तहत हटा दिया गया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उस समय देश में कांग्रेस की सरकार थी और पं. नेहरू प्रधानमंत्री थे।
कुमार ने कहा, “आज कांग्रेस उन्हीं धार्मिक पहचान के कॉलम की पुनः माँग कर रही है, जिसे वह खुद समाप्त कर चुकी थी। यह कांग्रेस का दोगला चरित्र है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस स्थिति के कारण आदिवासियों के समक्ष धार्मिक पहचान का संकट उत्पन्न हो गया है, जिससे बड़ी संख्या में आदिवासी धर्मांतरण के लिए मजबूर हो रहे हैं।
सागर कुमार ने सरकार से अपील की कि आदिवासियों की धार्मिक पहचान की रक्षा के लिए उचित कदम उठाए जाएं और “सरना कोड” की पुनर्वापसी सुनिश्चित की जाए।