रांची, 24 मई – झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने राज्यवासियों के लिए एक बड़ी सौगात की घोषणा की है। उन्होंने ऐलान किया है कि झारखंड में जल्द ही पांच नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे, जिससे राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय सुधार होगा। यह घोषणा उन्होंने होटल रेडिसन ब्लू में आयोजित देश के सबसे बड़े रक्त विकार सम्मेलन “नौवां वार्षिक इस्टर्न हेमेटोलॉजी ग्रुप कांग्रेस” के उद्घाटन सत्र में की।
यह राष्ट्रीय सम्मेलन 23 से 25 मई तक चल रहा है और इसका आयोजन रिम्स व सदर अस्पताल के सहयोग से किया जा रहा है। सम्मेलन का मुख्य विषय “हेमाक्वेकस्टे: नेवीगेशन हेमाटोलॉजी फ्रंटर्स टूगेदर” है, जो हेमेटोलॉजी क्षेत्र में नवीनतम प्रगति और अनुसंधानों को दर्शाता है। इसका नेतृत्व राज्य के एकमात्र हेमेटोलॉजिस्ट डॉ. अभिषेक रंजन, डॉ. अजय के महलका, डॉ. शेफाली किशोर और सिविल सर्जन डॉ. प्रभात कुमार द्वारा किया गया।
सम्मेलन में स्वास्थ्य मंत्री के अलावा झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय भी मौजूद रहे।
डॉ. अंसारी ने कहा कि रक्त विकार से पीड़ित मरीजों को अब राज्य से बाहर इलाज के लिए नहीं जाना पड़ेगा। जल्द ही रांची के सदर अस्पताल में बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट और जेनेटिक लैब की शुरुआत की जाएगी, साथ ही गर्भवती महिलाओं के लिए एंटीनेटल टेस्टिंग सुविधा भी शुरू की जाएगी।
मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि राज्य के सभी निजी अस्पताल स्वास्थ्य गाइडलाइन का सख्ती से पालन करें और भर्ती मरीज की मृत्यु पर शव सौंपने की प्रक्रिया शीघ्रता से पूरी करें।
वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने राज्य के 24 जिलों में कैंसर सेंटर खोलने की योजना का जिक्र करते हुए कहा कि “हमारा लक्ष्य है कि हर जिले में प्रारंभिक जांच सुविधा उपलब्ध हो, ताकि कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का समय रहते निदान और उपचार हो सके।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने कहा कि राज्य में रक्त विकारों को लेकर जागरूकता की भारी कमी है। उन्होंने आग्रह किया कि गांव-शहरों में जन-जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को थैलेसीमिया, सिकल सेल, हीमोफीलिया जैसी बीमारियों के बारे में जानकारी दी जानी चाहिए।
सम्मेलन में देशभर से 100 से अधिक वरिष्ठ हेमेटोलॉजिस्ट, हेमेटो-ऑन्कोलॉजिस्ट और बोन मैरो ट्रांसप्लांट विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया और विभिन्न रक्त विकारों की जांच और उपचार प्रक्रियाओं पर गहन चर्चा की।