संथाल हूल एक्सप्रेस राँची डेस्क
झारखंड राज्य के कोडरमा प्रखंड अंतर्गत करमा पंचायत के पश्चिमी गली में स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 226 में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चिंता जताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, बीते मंगलवार को जब बच्चे आंगनबाड़ी केंद्र से वापस अपने घर लौटे, तो शाम होते-होते उनमें से कई बच्चे बीमार पड़ने लगे।
बीमार बच्चों में से कुछ को पेटदर्द और कुछ को उल्टी की समस्या का सामना करना पड़ा। उनके परिजनों ने जब स्थिति को अामदनी किया तो उन्होंने जल्द ही आंगनबाड़ी केंद्र का दौरा किया। वहां पहुँचकर परिजनों ने जो दृश्य देखा, उसे देखकर उनकी आंखों में आश्चर्य और गुस्सा आ गया। केंद्र में दो दिन पूर्व बनी खिचड़ी और लगभग एक महीने पुराना अंडा रखा हुआ था, जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक था।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि आंगनबाड़ी केंद्र में भोजन की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे न केवल बच्चों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है बल्कि उनकी जीवनदायिनी पोषाहार का भी नुकसान हो रहा है। इस घटना ने सरकारी योजनाओं की अलाभकारी स्थिति को उजागर किया है, जिससे यह सिद्ध होता है कि स्वास्थ्य और पोषण संबंधी मुद्दों पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
आंगनबाड़ी केंद्र के प्रभारी कर्मियों ने मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन बच्चों के परिजनों ने उच्च अधिकारियों से जल्द से जल्द इस मामले की जांच करने और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है।
इस घटना ने झारखंड के कोडरमा प्रखंड में आंगनबाड़ी केंद्रों में भोजन की सुरक्षा और गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए एक बड़ा मुद्दा खड़ा किया है। बच्चों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए यह आवश्यक है कि जल्द ही प्रभावी कदम उठाए जाएं ताकि इस प्रकार की घटनाएं भविष्य में न हों।
अंत
(नोट: उपरोक्त रिप