रांची, : ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच द्वारा 18 मार्च को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय मजदूर सम्मेलन में घोषित 20 मई, 2025 की देशव्यापी आम हड़ताल को अब 9 जुलाई को आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में झारखंड के ट्रेड यूनियनों के संयुक्त मंच ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें कहा गया कि वर्तमान हालात की गहन समीक्षा के बाद यह निर्णय लिया गया है।
संयुक्त मंच के प्रवक्ताओं ने स्पष्ट किया कि देश में हड़ताल की घोषणा के बावजूद केंद्र और कई राज्य सरकारों की मौजूदगी में नियोक्ता वर्ग द्वारा मजदूरों पर लगातार हमले जारी हैं। उन्होंने बताया कि काम के घंटे में अनियंत्रित वृद्धि, न्यूनतम मजदूरी का उल्लंघन और ठेका मजदूरों की अवैध छटनी सामान्य हो गई है। यह सभी गतिविधियां श्रम कानूनों को चुपचाप लागू करने की साजिश का हिस्सा हैं।
9 जुलाई को होने वाली हड़ताल की तैयारी के तहत, 20 मई को रांची में शाम 5:00 बजे संयुक्त मंच द्वारा दो रैलियों का आयोजन किया जाएगा। रैलियाँ सैनिक बाजार और कचहरी चौक से शुरू होकर एल्बर्ट एक्क्का चौक पर सभा में समापन करेंगी। इससे पहले, संयुक्त मंच का एक प्रतिनिधिमंडल उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपेगा। विभिन्न सहयोगी यूनियन भी 20 मई को कार्यस्थलों पर अलग-अलग समय पर विरोध प्रदर्शन करेंगी, जिसमें श्रमिकों की 17 सूत्रीय मांगों को प्रमुखता से उठाया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में AITUC के अशोक यादव, CITU के अनिर्बान बॉस, UTUC के मिंटू पासवान, INTUC के लीलाधर सिंह, TUCC के राजेश यादव, और बेफी के एमएल सिंह ने अपने विचार साझा किए। सभी ने एकजुट होकर मजदूरों के हितों के संरक्षण के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया।
संयुक्त मंच ने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार की अनदेखी और पूँजीपतियों के प्रति रखी जा रही नीतियों के खिलाफ यह संघर्ष और भी व्यापक एवं तीव्र होगा। आगे की रणनीति के तहत, सभी श्रमिकों को संगठित करके 9 जुलाई की हड़ताल में ऐतिहासिक सफलता प्राप्त करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे।