संथाल हॉल एक्सप्रेस सेंट्रल डेस्क
देश की सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप में फेमस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को हिसार पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। यह गिरफ्तारी कई महीनों की गहन निगरानी और जांच के बाद की गई है, जिसमें उनके साथ 6 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। मालूम हुआ है कि ज्योति मल्होत्रा पर आरोप है कि वे पिछले कुछ वर्षों से भारतीय सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी संवेदनशील जानकारियों को दुश्मन देश पाकिस्तान को भेज रही थीं।
पुरी की यात्रा का जिक्र
पुलिस जांच के दौरान यह भी सामने आया कि ज्योति ने लगभग चार महीने पहले ओडिशा के पुरी का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने जगन्नाथ मंदिर और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की फोटो और वीडियो बनाई थी, जिससे सुरक्षा एजências को अलर्ट किया गया है। यह तथ्य सुरक्षा के लिहाज से बहुत गंभीर माना जा रहा है, क्योंकि यह माना जा रहा है कि इस जानकारी का इस्तेमाल दुश्मन देश द्वारा किया जा सकता है।
प्रियंका सेनापति की भूमिका
ज्योति मल्होत्रा की यूट्यूब पर प्रियंका सेनापति से जान-पहचान रही है, जिसके चलते प्रियंका से भी पूछताछ की जा रही है। प्रियंका ने भी ओडिशा के पुरी में गतिविधियां की थीं, और उनकी जानकारी ज्योति कनेक्शन के संदर्भ में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
संबंधित एजेंसियों की प्रतिक्रिया
इस विकास को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों ने मामले की गहनता से जांच करने की बात कही है। उन्होंने यह भी बताया कि जासूसी के आरोप गंभीर हैं और ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
इस तरह की गतिविधियां न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक हैं, बल्कि समाज में एक बड़ा प्रश्न उठाती हैं कि कैसे जिज्ञासा और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग हो सकता है। इस मामले की जिले भर में चर्चा हो रही है और लोगों में गहरी चिंता है।
अगले चरण में पुलिस मामले की विस्तृत जांच और सभी संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। साथ ही, यह भी आवश्यक है कि सोशल मीडिया और अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जाए ताकि ऐसी घटनाएँ दोबारा न हों।
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी और उनके द्वारा की गई कथित जासूसी ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट किया है, बल्कि समाज में एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय भी बना दिया है। आगे की जांच और सुरक्षा नीतियों की समीक्षा आवश्यक होगी।