
पाकुड़िया सागातटोला में शुद्ध पेयजल के लिए हाहाकार, खबर छपने पर पदाधिकारी ने लिया संज्ञान
दो चापाकल हुई ठीक लेकिन अबभी शुद्ध पानी के लिए तरस रहे ग्रामीण
संथाल हूल एक्सप्रेस पाकुड़िया संवाददाता / संतोष कुमार साहा
पाकुड़िया प्रखंड मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर दूर बासेतकुंडी पंचायत अंतर्गत धवाडंगाल गांव के सागातटोला में शुद्ध पेयजल के लिए अबभी हाहाकार बची है । इस समस्या को लेकर पिछले 3 मई को शिर्षक “सागातटोला में तैरते जहरीले सर्प, डर के साए में कुप से पानी लेकर उपयोग को मजबूर” शीर्षक के साथ आपके लोकप्रिय दैनिक अखबार संथाल हूल एक्सप्रेस ने पाकुड़ संस्करण पर प्रमुखता से खबर प्रकाशित कि थी । खबर छपने के बाद प्रशासन ने मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए पाकुड़िया के सागात टोला स्थित बंद पड़े दो चपकालों को रविवार देरशाम तक चालू कराया गया, लेकिन उक्त चापाकल से शुद्ध पेयजल के बजाय गंदा पानी निकल रही है । इसकी पड़ताल के लिए पुनः मंगलवार को पाकुड़िया प्रखंड संवाददाता उक्त गांव पहुंचे गांव पहुंचते ही गांव के लोग संवाददाता का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हमारे टोला के पानी की समस्या को दिखाया गया जो कि प्रतिवर्ष लोग गर्मी के मौसम में पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। साथ ही ग्रामीणों दोनों चापाकल से पानी चला कर दिखाया कि यह पानी पीने लायक नहीं है। बहुत देर तक हेड पंप को चलाने पर लाल व दूषित पानी निकलता है। उन्होने कहा कि हम लोगों की समस्या जस की तस बनी हुई है। जानकारी के अनुसार धवाडंगाल सागातटोला अंतर्गत लगभग 55 आदिवासी परिवारों में 350 लोगों की आबादी हैं। जिससे वे टोला से दूर खेत में मौजूद पुराने खुले कुआं के पानी से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। पूरे टोला के लिए एक मात्र यह कुआं ही गर्मी में ग्रामीणों का सहारा बना हुआ है।ग्रामीणों का माने तो धवाडंगाल सागातटोला में प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में हैंडपंप का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण ग्रामीणों को वही पुराना कुआं का पानी पीना पड़ता है। पिछले कई वर्ष से ग्रामीणों ने प्रशासन से जल संकट दूर करने को लेकर कई वर्षों से इस टोला में डीप बोरिंग कर पानी टंकी की मांग कर रहे हैं। ताकि गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या से निजात मिल सके।
क्या कहते हैं पेयजल के सहायक अभियंता राहुल श्रीवास्तव—
पेयजल के सहायक अभियंता राहुल श्रीवास्तव से दूरभाष पर चापाकल से लाल पानी निकलने के विषय पर पर बात करने पर बताया बहुत दिनों से चापाकल बंद रहने के कारण पाइप सड़ गया होगा। इस कारण भी चापाकल से लाल पानी निकल सकता है। मुखिया से बात कर चापाकल का पाइप पंचायत के द्वारा उपलब्ध रहने पर पुनः मरम्मति कार्य कराई जाएगी ।
क्या कहते हैं ग्रामीण–
मसी मरांडी—
ग्रामीण मसी मरांडी ने बताया कि टोला में लगभग छह माह से बंद पड़े दो खराब चापाकल रविवार को विभाग के मिस्त्री आकर ठीक किया है पर इसमें अभी लाल व अशुद्ध पानी निकलता है।टोला में डीप बोरिंग की जरूरत है। जिससे टोला के लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सकता है साथ ही यह परमानेंट सॉल्यूशन भी है।
होपनमोय मुर्मू—-
महिला ग्रामीण होपनमोय मुर्मू ने कहा कि सरकार एवं उपायुक्त को हमारे टोला में पानी की टंकी बनाकर डीप बोरिंग के साथ जोड़ देने से हम लोगों का पेयजल संबंधित दिक्कत समाप्त हो जाएगा। अभी जो चापाकल है बहुत देर तक चलाने पर लाल एवं गंदा निकलता है। प्रतिवर्ष गर्मी के समय पर पीने की पानी की समस्या बनी रहती है।
मोहन हेम्ब्रम—-
ग्रामीण मोहन हेंम्ब्रम ने बताया कि टोला में स्थित हैंडपंप को बहुत देर चलाने पर पानी लाल एवं गंदा पानी निकलता है।इस कारण खुला कुएं का पानी पीना पड़ रहा है।खुला कुएं का पानी पीने से बीमारी फैलने का भी डर लगा रहता है।सरकार एवं प्रशासन द्वारा हमारे टोला में डीप बोरिंग कर देने से सोहलीयत होगी।
फुलसुरी सोरेन—–
ग्रामीण महिला फुलसुरी सोरेन ने बताया कि इस टोला में प्रति वर्ष गर्मी में चापाकल का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण घोर जल संकट की समस्या से जूझ रहे हैं। मजबूरी में कुआं का खुला पानी पीने को मजबूर हैं। टोला में दो चापाकल 2 दिन पूर्व विभाग के द्वारा ठीक किया गया है पर पानी अच्छा नहीं निकलता है।



