शहरग्राम-पाकुड़ मार्ग पर कोयले के उड़ते धूलकण से लोग परेशान

पाकुड़ ब्यूरो चीफ/ मनोज प्रसाद

पाकुड़ जिले के अमडापाड़ा कोल माइंस से कोयला ढुलाई करने वाले हाइवा वाहनों से उड़ने वाला कोयला डस्ट शहरग्राम वासियों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। सड़क पर कोयला लादकर चलने वाले हाइवा वाहन अधिकांशतः त्रिपाल से ढंके नहीं होते, जिससे कोयला डस्ट उड़कर आसपास के इलाकों में फैलता है। इसके कारण आसपास रहने वाले लोग गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कोयला डस्ट के कारण न केवल बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है, बल्कि घरों की छतों पर भी कोयला के कण जम रहे हैं, जिससे घरों में भी गंदगी फैल रही है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि सड़क पर पानी का छिड़काव लगातार नहीं होने से प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। शहरग्राम-पाकुड़ मार्ग पर सुबह से लेकर रात तक कोयले से लदे हाइवा वाहनों की आवाजाही जारी रहती है, लेकिन कोल कंपनी द्वारा सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं किया जाता, जिससे धूलकण लगातार उड़ते रहते हैं। इससे स्थानीय लोगों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से सड़क पर दिन में 8-10 बार पानी छिड़काव कराने की मांग की है ताकि प्रदूषण में कमी लाई जा सके और लोगों को राहत मिल सके। हालांकि, इस मुद्दे पर प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। लोग अब प्रशासन से जल्द से जल्द कार्रवाई की उम्मीद लगाए हुए हैं।

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