देवपुर बजरंगबली मंदिर प्रांगण में भागवत कथा का छठा दिन सम्पन्न
संथाल हूल एक्सप्रेस, हिरणपुर।
स्थानीय देवपुर बजरंगबली मंदिर प्रांगण में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव के छठे दिन वृंदावन से पधारे स्वामी अभयानंद अभिषेक शास्त्री ने श्रद्धालुओं को सत्कर्म और ईश्वर भक्ति का महत्व बताया।
उन्होंने कहा कि सुख-दुख जीवन के दो पहलू हैं और दोनों में ही ईश्वर का स्मरण आवश्यक है। स्वामी शास्त्री ने कहा कि यह संसार ईश्वर से व्याप्त है और मोक्ष प्राप्ति के लिए सत्कर्म आवश्यक हैं।
उन्होंने आगे कहा कि मनुष्य जीवन भर संग्रह करता है, फिर भी दुखी रहता है, जबकि पशु बिना संग्रह के सुखी रहते हैं। इसलिए मनुष्य को धर्म रूपी धन संग्रह करना चाहिए ताकि उसका अंत सुखद हो।
कथा स्थल पर भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे और कथा श्रवण कर आध्यात्मिक लाभ प्राप्त किया।