मिसाल

रक्तदान कर बचाई मरीज की जान

संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

दुमका : रक्तदान को महादान यूं ही नहीं कहा जाता, रक्तदान से कई मरीजों की जान तत्काल बचाई जा सकती है। वर्तमान में भले ही सभी लोग रक्तदान को लेकर इतने जागरूक न हो लेकिन दुमका जिले में कई ऐसे लोग हैं जो रक्तदान के महत्व को समझते हैं तथा अपना सर्वस्व समर्पण समाज की भलाई के लिये कर देते हैं। बताते चलें कि दुमका निवासी किशोरी रोशा मुर्मू जिनके हाथ की हड्डी टूट जाने के कारण डॉ तुषार ज्योति के निर्देशानुसार ऑपरेशन होना था। रक्त की अत्यधिक कमी थी और रक्त की कमी के कारण ऑपरेशन मुश्किल था। लेकिन जैसे ही यह जानकारी अमित कुमार को मिली मानवता की मिशाल के रूप में अमित ब्लड बैंक आए और रक्तदान कर मरीज की जान बचाने में अपनी भूमिका निभाई और समाज के लिए एक संदेश दिया कि आपातकाल समय में रक्तदान करने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।डॉक्टर ने बताया की मरीज का हीमोग्लोबिन काफ़ी कम है और तुरंत एक यूनिट ओ पॉजिटिव रक्त की आवश्यकता है।मरीज के परिजन रक्त की व्यवस्था कर पाने में असमर्थ थे। अतः मरीज के परिजन ने रक्तदान हेतु अमित से संपर्क किया।रक्तदान के पश्चात अमित ने कहा की 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को रक्तदान अवश्य करना चाहिए।लोगों की मदद करना ही मानवता का सबसे बड़ा धर्म है।

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