पाकुड़ संवाददाता
पाकुड़ जिले में विकास की रफ्तार किस दिशा में जा रही है, यह समझना अब आम लोगों के लिए जरूरी हो गया है। शहरग्राम से डांगापाड़ा (हिरणपुर) के बीच महज 9 किलोमीटर की सड़क पर 41 स्पीड ब्रेकर बनाकर पाकुड़ जिले में एक नया “रिकॉर्ड” बना दिया गया है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक यह सड़क पिछले वर्ष संवेदक द्वारा बनाई गई थी, लेकिन निर्माण के दौरान भारतीय सड़क मानकों और गाइडलाइंस को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया। परिणामस्वरूप, हर कुछ सौ मीटर पर एक स्पीड ब्रेकर मिलना आम बात हो गई है।
छोटे वाहनों और दुपहिया चालकों के लिए यह सड़क अब मुसीबत बन चुकी है। दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है, और यात्रियों को हर वक्त ब्रेकर पार करने के झटके झेलने पड़ते हैं।
वहीं, यह भी सवाल उठ रहा है कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में ब्रेकर लगाने की अनुमति किसने दी? क्या संबंधित विभाग ने सड़क निर्माण कार्य की निगरानी की? अगर हां, तो इस लापरवाही की जिम्मेदारी कौन लेगा?
वही स्पीड ब्रैकर की स्थिति की बात करे तो स्पीड ब्रैकर की ऊचाई और मोटाई तय अनुपात के मात्रा से कई गुणा बनाई गई है जिससे अक्सर बाइक चालक और टोटो चालक को हादसा होने का भय बना रहता है ।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि आमजन की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।