रांची: झारखंड की राजनीति में सर्वाधिक चर्चित नामों में से एक, डुमरी विधायक जयराम महतो की जान को खतरा उत्पन्न हो गया है। जातीय जनगणना, पिछड़ों के आरक्षण विस्तार, और 1932 के खतियान के मुद्दों पर उठते विवाद ने जयराम के प्रति कुंठा बढ़ा दी है। इसी संदर्भ में उनकी पार्टी, झारखंड लोक जन मोर्चा (जेएलकेएम), ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र भेजकर जयराम महतो को Z प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है।
जेएलकेएम के केंद्रीय सचिव राजदेश रतन ने पत्र में उल्लेख किया है कि जयराम महतो वर्तमान में झारखंड के बेरोजगारों और वंचितों की सशक्त आवाज बनकर उभरे हैं। उनकी बढ़ती लोकप्रियता और जनसमर्थन के कारण वे असामाजिक तत्वों के निशाने पर आ गए हैं। पिछले कुछ समय में, जयराम महतो के काफिले पर कई बार हमले हुए हैं, जहाँ उनकी गाड़ी को रोका गया और तोड़फोड़ की गई।
विशेष रूप से हाल ही में बोकारो में घटित एक घटना का उल्लेख करते हुए, जहाँ विधायक महतो का विरोध किया गया, उनकी सुरक्षा की आवश्यकता को और अधिक स्पष्ट किया गया है। जेएलकेएम के सचिव ने इस घटना का हवाला देते हुए सुरक्षा मांगने की गंभीरता को रेखांकित किया है।
जयराम महतो पहले भी कई विरोध प्रदर्शनों का सामना कर चुके हैं। विस्थापितों के आंदोलन के दौरान बोकारो पहुंचने पर उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा था। विरोधियों ने उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ की और नाम प्लेट को भी नष्ट किया था। इसके अलावा, जगरनाथ महतो की पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम में उनकी भागीदारी को भी रोका गया।
सुरक्षा श्रेणियों का विवरण
गृह मंत्रालय द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा श्रेणियाँ विभिन्न स्तर की होती हैं:
- Z प्लस सुरक्षा: 58 जवानों की तैनाती, जिसमें 10 सशस्त्र गार्ड, 6 पीएसओ, 24 जवानों के साथ एस्कॉर्ट, इंस्पेक्टर या सब-इंस्पेक्टर, और प्रशिक्षित ड्राइवर शामिल होते हैं।
- Z श्रेणी: 33 जवानों की तैनाती शामिल होती है।
- Y प्लस सुरक्षा: इसमें 11 जवान तथा आवास में सशस्त्र गार्ड शामिल होते हैं।
- Y श्रेणी: 8 जवान, जिनमें 5 सशस्त्र गार्ड शामिल होते हैं।
- X श्रेणी: 3 जवानों की तैनाती होती है।