झारखंड विधानसभा परिसर में सरहुल/बाहा मिलन समारोह का हुआ आयोजन
रांची: झारखंड विधानसभा परिसर में सभा सचिवालय के पदाधिकारी और कर्मचारीगण की ओर से सरहुल/बाहा मिलन समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह विधि विधान के साथ शुरू हुआ, जिसमें जनजातीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान किया गया।
समारोह की शुरुआत माननीय सदस्य राजेश कच्छप के संबोधन से हुई। उन्होंने अपने भाषण में प्रकृति पर्व सरहुल के महत्व पर प्रकाश डाला। कच्छप ने कहा, “जनजातीय समाज प्राकृतिक तत्वों की पूजा करता है और हमारे ईष्ट देव भी प्रकृति के रूप में पूजे जाते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि सूरज की रोशनी और धरा की सृजनशीलता से नई फसलें और फूलों का खिलना, सरहुल पर्व का प्रतीक है, जो जनजातीय समाज के लिए एक बड़ा उत्सव है।
कार्यक्रम में माननीय मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “आज पूरी दुनिया पर्यावरण के संरक्षण में बड़े-बड़े योजनाएं बना रही है। सरहुल/बाहा पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण की ओर प्रेरित करता है।” उनका यह संदेश सभी उपस्थित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणा था।
समारोह में विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों और छात्राओं ने जनजातीय समाज की विभिन्न शैलियों पर नृत्य और संगीत का प्रदर्शन किया, जिससे कार्यक्रम का माहौल और भी खुशनुमा हो गया।
माननीय अध्यक्ष झारखंड विधानसभा रवींद्रनाथ महतो, जो अपरिहार्य कारणों से कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके, ने आयोजन समिति और सभी पदाधिकारियों तथा कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं।
इस कार्यक्रम का संचालन अनूप कच्छप, शाखा पदाधिकारी झारखंड विधानसभा सभा ने किया। समारोह में माननीय वित्त और संसदीय कार्य मंत्री श्री राधाकृष्ण किशोर, माननीय सदस्य राजेश कच्छप, प्रभारी सचिव श्री माणिक लाल हेमब्रम सहित अन्य गण्यमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।: झारखंड विधानसभा परिसर में सभा सचिवालय के पदाधिकारी और कर्मचारीगण की ओर से सरहुल/बाहा मिलन समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह विधि विधान के साथ शुरू हुआ, जिसमें जनजातीय संस्कृति और परंपराओं का सम्मान किया गया।
समारोह की शुरुआत माननीय सदस्य राजेश कच्छप के संबोधन से हुई। उन्होंने अपने भाषण में प्रकृति पर्व सरहुल के महत्व पर प्रकाश डाला। कच्छप ने कहा, “जनजातीय समाज प्राकृतिक तत्वों की पूजा करता है और हमारे ईष्ट देव भी प्रकृति के रूप में पूजे जाते हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि सूरज की रोशनी और धरा की सृजनशीलता से नई फसलें और फूलों का खिलना, सरहुल पर्व का प्रतीक है, जो जनजातीय समाज के लिए एक बड़ा उत्सव है।
कार्यक्रम में माननीय मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “आज पूरी दुनिया पर्यावरण के संरक्षण में बड़े-बड़े योजनाएं बना रही है। सरहुल/बाहा पर्व हमें पर्यावरण संरक्षण की ओर प्रेरित करता है।” उनका यह संदेश सभी उपस्थित लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणा था।
समारोह में विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों और छात्राओं ने जनजातीय समाज की विभिन्न शैलियों पर नृत्य और संगीत का प्रदर्शन किया, जिससे कार्यक्रम का माहौल और भी खुशनुमा हो गया।
माननीय अध्यक्ष झारखंड विधानसभा रवींद्रनाथ महतो, जो अपरिहार्य कारणों से कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सके, ने आयोजन समिति और सभी पदाधिकारियों तथा कर्मचारियों को शुभकामनाएं दीं।
इस कार्यक्रम का संचालन अनूप कच्छप, शाखा पदाधिकारी झारखंड विधानसभा सभा ने किया। समारोह में माननीय वित्त और संसदीय कार्य मंत्री श्री राधाकृष्ण किशोर, माननीय सदस्य राजेश कच्छप, प्रभारी सचिव श्री माणिक लाल हेमब्रम सहित अन्य गण्यमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे।