राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक बेंगलुरु में सफलता पूर्वक सम्पन्न

बीते 21 से 23 मार्च 2025 तक बेंगलुरु के चन्नेनहल्लि में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा बैठक का सफल आयोजन किया गया। इस बैठक में झारखंड से कुल 33 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन प. पु. सरसंघचालक मोहन भागवत जी और सरकार्यवाह माननीय दत्तात्रेय होसबाले जी द्वारा भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्वलन करके किया गया।

महत्वपूर्ण प्रस्ताव और संकल्प

इस वर्ष की बैठक में दो महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए:

  1. बांग्लादेश के हिंदू समाज के साथ एकजुटता दिखाने का आह्वान।
  2. संघ शताब्दी के उपलक्ष्य में विश्व शांति और सामूहिक समृद्धि के लिए समर्थ एवं संगठित हिंदू समाज का निर्माण।

इसके अतिरिक्त, सरकार्यवाह जी ने महिला स्वतंत्रता सेनानी महारानी अबक्का की 500वीं जयंती के अवसर पर विशेष वक्तव्य दिया।

शताब्दी वर्ष की योजनाएं

संघ के शताब्दी वर्ष के अनुसार, विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है:

  • विजयादशमी 2025 को मंडल, बस्ती, खंड, नगर एवं जिला स्तर पर पूर्ण गणवेश में संचलन।
  • घर-घर संपर्क अभियान।
  • हिंदू सम्मेलन और प्रबुद्ध जन गोष्ठी।
  • सामाजिक सद्भाव बैठकें।
  • 25 सितंबर 2026 से 10 अक्टूबर 2026 तक सभी आयु के स्वयंसेवकों के लिए एक सप्ताह के लिए शाखा लगाना।
  • विशेष कार्यक्रम युवाओं के लिए।

इन सभी कार्यक्रमों में पंच परिवर्तन (स्वदेशी, कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, पर्यावरण और नागरिक कर्तव्य) पर चर्चा एवं उद्बोधन होगा।

कार्य विस्तार और वृद्धि की चर्चा

प्रतिनिधि सभा में कार्य विस्तार पर भी गहन चर्चा हुई। वर्तमान में देशभर में 51,710 स्थानों पर 83,129 शाखाएँ, 32,147 मिलन एवं 12,091 संघ मंडलियाँ संचालित हैं, जो कि गत वर्ष की तुलना में काफी वृद्धि दर्शाती हैं।

झारखंड प्रांत की स्थिति पर भी चर्चा हुई, जिसमें 879 स्थानों पर कुल 1,411 शाखाएँ, मिलन एवं संघ मंडलियाँ सक्रिय हैं। संघ शिक्षा वर्ग (सामान्य) 24 मई से 09 जून 2025 तक हजारीबाग में आयोजित होगा और भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर भी विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

भारतीय नववर्ष और त्योहारों का आह्वान

संघ ने सभी समाज से आग्रह किया है कि 30 मार्च 2025 को भारतीय नववर्ष/वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर सभी एकत्रित हों। इसे धूमधाम से मनाने के लिए अपने घरों में उत्सव का माहौल बनाने, भगवा ध्वज लगाने और मंदिरों में विशेष आरती आयोजित करने का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही, सरहुल और रामनवमी के अवसर पर भी सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी गई हैं।

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