✍️ संथाल हूल एक्सप्रेस सेंट्रल डेस्क वॉशिंगटन
धरती के बाद अब इंसान का अगला ठिकाना चाँद होगा।
जो कभी विज्ञान कथा (Science Fiction) लगती थी, अब वह हकीकत बनने की ओर बढ़ रही है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने कैलिफ़ोर्निया की “Skyeports” कंपनी के साथ मिलकर चाँद पर इंसानों के रहने लायक एक “ग्लास स्फेयर सिटी (Glass Sphere City)” बसाने की योजना पर काम शुरू कर दिया है।
????️ क्या है ‘ग्लास स्फेयर सिटी’ का कॉन्सेप्ट?
NASA की इस अनोखी परियोजना के तहत चाँद की सतह पर विशेष गोलाकार पारदर्शी गुंबद (Glass Domes) बनाए जाएंगे, जिन्हें “स्फेयर हाउस” कहा जाएगा।
इन गुंबदों को चंद्रमा की मिट्टी (Lunar Soil) से तैयार किया जाएगा ताकि वे कठोर अंतरिक्षीय विकिरण और तापमान के उतार-चढ़ाव को सह सकें।
ये “स्फेयर हाउस” पूरी तरह स्वचालित ऊर्जा-उत्पादन प्रणाली से लैस होंगे —
जो सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करेंगे,
ऑक्सीजन उत्पन्न करने वाली प्रणालियों से सांस लेने योग्य हवा देंगे,
और हाइड्रोपोनिक पौधों के माध्यम से भोजन एवं हरियाली सुनिश्चित करेंगे।
???? मानव बस्तियों का पहला चरण — 2035 तक लक्ष्य
NASA के अनुसार, इस मिशन का पहला चरण 2035 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
शुरुआती चरण में केवल वैज्ञानिकों, इंजीनियरों और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए सीमित आवास बनाए जाएंगे।
भविष्य में इन डोम्स को एक-दूसरे से सुरंगों के ज़रिए जोड़ा जाएगा, जिससे चाँद पर एक पूर्ण मानव कॉलोनी का स्वरूप तैयार होगा।
???? कैसे संभव होगी यह बस्ती?
NASA के वैज्ञानिक “Lunar Resource Utilization Technology” पर काम कर रहे हैं —
यानी चाँद की प्राकृतिक मिट्टी, बर्फ और सौर ऊर्जा का उपयोग करके स्थानीय निर्माण सामग्री और ऊर्जा तैयार की जाएगी।
इससे पृथ्वी से सामग्री भेजने की आवश्यकता बहुत कम हो जाएगी।
चाँद की सतह पर पाए जाने वाले रेगोलिथ (Regolith) नामक खनिज से काँच जैसे मजबूत गुंबद बनाए जाएंगे,
जो न केवल प्रकाश पारित करेंगे बल्कि रेडिएशन से भी सुरक्षा प्रदान करेंगे।
???????? मानव सभ्यता का नया अध्याय
विशेषज्ञों का कहना है कि अगर यह परियोजना सफल रही, तो यह मानव इतिहास का सबसे बड़ा वैज्ञानिक कदम होगा।
NASA की योजना है कि 2040 तक इंसानों के लिए स्थायी चंद्र आवास (Permanent Lunar Habitation) संभव किया जा सके।
यह “स्फेयर सिटी” भविष्य में मंगल ग्रह पर मानव मिशन के लिए भी आधारशिला साबित होगी,
जहाँ इस तकनीक का इस्तेमाल कर मंगल पर भी जीवन-योग्य कॉलोनी बनाई जा सकेगी।
???? NASA वैज्ञानिकों की टिप्पणी
NASA के प्रमुख इंजीनियरों का कहना है —
“यह मिशन केवल अंतरिक्ष में रहने की कल्पना नहीं, बल्कि मानव अस्तित्व के अगले चरण की तैयारी है।
आने वाली पीढ़ियाँ पृथ्वी से परे भी जीवन जीने का अनुभव करेंगी।”