गुमला। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, भारत सरकार के सहयोग से कृषि विज्ञान केंद्र गुमला एवं विकास भारती बिशुनपुर द्वारा आज बिशुनपुर के तीर्थ परिसर में श्री अन्न उत्पादन तकनीकी सह श्री अन्न प्रसंस्करण इकाई का उद्घाटन किया गया। इसके पश्चात अंबेडकर सभागार में इस विषय पर संगोष्ठी का भी आयोजन हुआ।
उक्त प्रसंस्करण इकाई की स्थापना का उद्देश्य मोटे अनाजों (श्री अन्न) के मूल्य संवर्धन के साथ-साथ क्षेत्रीय किसानों और महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण की ओर अग्रसर करना है। इस इकाई में श्री अन्न से बने बिस्किट, नमकीन, लड्डू, आटा इत्यादि जैसे विभिन्न खाद्य पदार्थ तैयार किए जाएँगे। साथ ही महिलाओं को इन उत्पादों के निर्माण एवं विपणन संबंधी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे ग्रामीण आजीविका को नए आयाम मिल सकें।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भा.कृ.अनु.प.-अटारी पटना, जोन-4 के निदेशक डॉ. अंजनी कुमार सिंह उपस्थित रहे। विशेष अतिथियों में महेन्द्र भगत (संयुक्त सचिव, विकास भारती बिशुनपुर), भिखारी भगत, डॉ. संजय कुमार (पूर्व वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान), डॉ. बृजेश पाण्डेय (वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान, केवीके गुमला), डॉ. निशा तिवारी तथा श्री प्रवाल मैत्र सहित अन्य वैज्ञानिकगण एवं बड़ी संख्या में किसान बंधु शामिल हुए।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने श्री अन्न (मोटे अनाज) की पौष्टिकता, बाज़ार संभावनाओं और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में इसके महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला।
ग्रामीणों ने इस पहल का स्वागत करते हुए उम्मीद जताई कि इससे न केवल किसानों को बेहतर आय के अवसर मिलेंगे, बल्कि महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने का सुनहरा मार्ग प्राप्त होगा।