संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
रांची:झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का तीसरा दिन भी विपक्ष के जोरदार हंगामे की भेंट चढ़ गया। भाजपा और आजसू के विधायकों ने बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे को लेकर सदन के बाहर और अंदर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दल के विधायक पोस्टर और बैनर लेकर विधानसभा परिसर में उतरे। वे सरकार पर “बांग्लादेशी घुसपैठ रोकने में नाकामी” का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी करते रहे। इसके बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, भाजपा और आजसू के विधायकों ने भीतर भी हंगामा शुरू कर दिया।
विपक्षी विधायकों ने वेल में आकर सरकार के खिलाफ नारे लगाए और इस मुद्दे पर ठोस जवाब की मांग की। लगातार हो रहे हंगामे के कारण विधानसभा अध्यक्ष को कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। पहले पहर में हंगामे की वजह से कोई भी विधायी कार्य संपन्न नहीं हो पाया।
भाजपा विधायकों का कहना है कि राज्य में बांग्लादेशी घुसपैठ की समस्या गंभीर होती जा रही है, लेकिन सरकार इस पर न तो कोई ठोस कदम उठा रही है और न ही स्थिति को स्वीकार कर रही है। विपक्ष ने चेतावनी दी है कि अगर सरकार इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख नहीं अपनाती तो मानसून सत्र के बाकी दिनों में भी विरोध जारी रहेगा।
दूसरी ओर, सत्तापक्ष का कहना है कि भाजपा महज राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे को तूल दे रही है। सत्ता पक्ष के नेताओं ने दावा किया कि राज्य सरकार सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर पूरी गंभीरता से सीमावर्ती इलाकों की निगरानी कर रही है।
भारी हंगामे और टकरावपूर्ण माहौल के कारण तीसरे दिन भी विधानसभा में बहस और चर्चा का माहौल नहीं बन पाया। अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में यह सत्र विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच किन-किन मुद्दों पर टकराहट का गवाह बनता है।