स्कूली बच्चों ने सीखे सूर्य नमस्कार, अनुलोम विलोम, कपालभाति सहित विभिन्न प्राणायाम
संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
रामगढ़ : स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के पत्रांक 13-1/2025-15.4 दिनांक 6.3.2025 एवं राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद नई दिल्ली के पत्रांक एफ. सं./2025-26/डी. ई. एस. एस./एन. वाई.ओ-25/34 दिनांक 30.4.2025 द्वारा प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक मे झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा योगमय झारखंड कार्यक्रम रामगढ़ के विभिन्न सरकारी विद्यालयों मे 2025-26 आयोजित किया गया। प्रखंड के सभी सरकारी स्कूलों में शनिवार को 11 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर इस वर्ष का थीम एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग है, के तहत योग संगम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूलों को निर्देश दिया गया था कि सुबह 6.30 बजे से 7.45 बजे तक सामूहिक योग कराया जाए। शनिवार को अन्य दिनों की तरह सरकारी स्कूल खुले रहे। झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने 21 जून को प्राइमरी तथा मिडिल स्कूलों मे मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने का आदेश भी दिया है। बताते चलें कि महीने के तीसरे शनिवार को सरकारी स्कूलों में छुट्टी रहती है। इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के कारण सभी सरकारी स्कूल को खुला रखने व योग कार्यक्रम करने का आदेश दिया गया था।इसके तकहत रामगढ़ प्रखंड के अंतर्गत प्लस टू उच्च विद्यालय रामगढ़, प्लस टू उच्च विद्यालय कुसियाम, प्लस टू उच्च विद्यालय हाटगम्हरिया, प्लस टू रानी सोनावती उच्च विद्यालय नोनीहाट, कस्तूरबा गांधी उच्च विद्यालय रामगढ़, युएमएस इटबंधा, प्लस टू उच्च विद्यालय डांडो, उच्च विद्यालय छोटी रनबहियार समेत सभी उच्च, मध्य व प्राथमिक विद्यालयों मे 11 वाँ अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।योग प्रशिक्षक के द्वारा सूर्यनमस्कार, अनुलोम विलोम, कपालभाति, वज्रासन, मयूरासन, भ्रामरी प्राणायाम सहित विभिन्न आसन कराये गए। प्लस टू उच्च विद्यालय रामगढ़ के प्रधानाध्यापक दयामय मंडल ने बताया कि भारत में योग का इतिहास हजारों साल पुराना है। योग एक संस्कृत शब्द है जो संस्कृत से आया है जिसका अर्थ है इकट्ठा होना, बांधना। उन्होंने बताया कि योग हमारे शरीर और दिमाग को एक साथ करने में मदद करता है। मन को शांत रखता है, शरीर को स्वस्थ रखता है और हमें अंदरूनी खुशी और संतुष्टि प्रदान करता है। आगे उन्होंने कहा कि योग भी व्यायाम का ही एक पारंपरिक रूप है जो न सिर्फ कैलोरी को कम करने और मांसपेशियों को मजबूत करने में सहायक है बल्कि यह हमारे शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी एक्टिव करता है। साथ ही बॉडी को सही पोसचर, स्ट्रैंथ और फ्लैक्सिबिलिटी भी प्रदान करता है। प्लस टू उच्च विद्यालय ठाडीहाट कुसियाम के प्रधानाध्यापक संतोष सोरेन ने बताया कि योग शरीर के वजन को बनाए रखने वाली मांसपेशियों को मजबूत करके कार्यात्मक शक्ति बनता है। यह आपके कोर को मजबूत करने के लिए भी बहुत अच्छा है जो एथलीट और रोजमर्रा की कार्य क्षमता दोनों में सुधार करता है।कंप्यूटर शिक्षक आनन्द मिश्र ने बताया की योग को शरीर, मन और आत्मा की एकता के रूप में लिया जा सकता है जैसे धर्म, ज्ञान, कर्म और भक्ति के रूप में भागवत गीता में वर्णित किया गया है। इसमें कहा गया है समत्वम योग उच्यते, जिसका अर्थ है कि योग एक संतुलित अवस्था है जो मनुष्य एवं प्रकृति के बीच एकता स्थापित करने का प्रयास करती है।