संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
हजारीबाग : अधिकारियों की सुस्ती की वजह से बड़कागांव प्रखंड में खुलेआम अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं। प्रखंड में लगभग दर्जन भर अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित हो रहे हैं। इन सभी में से कोई भी अल्ट्रासाउंड पंजीकृत नहीं हुआ है और ना ही अल्ट्रासाउंड चलाने वाले प्रशिक्षित डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं है। लेकिन फिर भी स्वास्थ्य महकमा के अधिकारियों की मिलीभगत से यह सारे अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटर सिर्फ और सिर्फ एक मोटी रकम कमाने के लिए झोलाछाप डॉक्टरों के सहारे ऑपरेट किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि इन सभी फर्जी सेंट्रो के खिलाफ शिकायत नहीं की गई है शिकायत तो होती है परंतु उसके बाद कार्रवाई के नाम पर सिर्फ और सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह जाती है। बस दिखावे के लिए एक दो सेंट्रो में जांच पड़ताल की जाती है। और एक-दो दिन के लिए यह सेंटर बंद होती है इसके तुरंत बाद फिर से सेंटर अपने मनमाने ढंग से शुरू कर दिया जाता है खास बात यह है की प्रशिक्षित डॉक्टर नहीं होने के कारण कई बार मरीज के रिपोर्ट भी गलत दे दिए जाते हैं और इसके बाद ग्रामीण व परिजनों के द्वारा हंगामा होता है ऐसे में मरीज से मनमानी ढंग से पैसे वसूले जाते हैं यानी यह सभी अवैध अल्ट्रासाउंड जो सिर्फ और सिर्फ बड़कागांव प्रखंड के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और अपनी जेब गर्म कर रहे हैं। वहीं सूत्रों की माने तो अल्ट्रासाउंड के संचालकों के द्वारा प्रखंड से लेकर जिला तक के स्वास्थ्य अधिकारियों को महीना में एक मोटी रकम नजराना के तौर पर पेश किया जाता है तब जाकर उनकी अवैध धंधा संचालित होते हैं। हम सभी जानते हैं कि गर्भ में बच्चों की लिंग जांच करना कानूनी जुर्म है जिसके लिए सजा का भी प्रावधान है। बावजूद इसके इन अवैध अल्ट्रासाउंड में एक मोटी रकम लेकर लिंग जांच भी किया जाता है। जिसका परिणाम आज यह है कि बड़कागांव प्रखंड में लड़कों के जनसंख्या के मुकाबले लड़कियों की जनसंख्या काफी कम हो गई है। अगर इस पर लगाम नहीं लगाया गया तो आने वाले दिनों में यह गोरखधंधा और भी भव्य रूप लेगा। पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा बड़कागांव में अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरो में जांच की गई थी परंतु क्षेत्र में चर्चा का विषय यह बना हुआ है कि बड़कागांव के सिर्फ दो सेंटरो पर जाकर जांच किया जाना और बाकी सेंटरो पे नहीं जाना यह ग्रामीणों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।
