संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
हजारीबाग : दारू प्रखंड के रामदेव खरिका पंचायत के कवालू गांव में वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति की बैठक राजकीय कृत मध्य विद्यालय परिषद के प्रांगण में आम सभा की बैठक आहूत की गई। इस बैठक की अध्यक्षता सुशील कुमार सिंह एवं संचालन प्रभात सिंह के द्वारा किया गया। वनरक्षी कुंदन कुमार ने बतलाया कि वन प्राणियों के लिए कितने आवश्यक हैं जंगल ये सभी को पता है। कहा भी गया है कि वन ही जीवन है। इतना समझने के बावजूद भी दिन-प्रतिदिन वनों की अंधाधुंध कटाई होती है। यह समस्या दिन-प्रतिदिन विकराल रूप धारण करती जा रही है। और वनों में रहने वाले जंगली जानवर गांव के और आ रहे है। जंगल मूल रूप से भूमि का एक टुकड़ा है जिसमें बड़ी संख्या में वृक्ष और पौधों की विभिन्न किस्में शामिल हैं। प्रकृति की ये खूबसूरत रचनाएँ जानवरों की विभिन्न प्रजातियों के लिए घर का काम करती हैं। घने पेड़ों, झाड़ियों और विभिन्न प्रकार के पौधों द्वारा कवर किया गया, एक विशाल भूमि क्षेत्र को वन के रूप में जाना जाता है। जंगलों में विभिन्न प्रकार के वन हैं। ये अपने-अपने प्रकार की मिट्टी, पेड़ों और वनस्पतियों और जीवों की अन्य प्रजातियों के आधार पर वर्गीकृत किए गए हैं। जंगल पृथ्वी के पारिस्थितिक तंत्र का एक अनिवार्य हिस्सा हैं। वन प्रबंधन एवं संरक्षण समिति के अध्यक्ष सुंदर लाल यादव ने बतलाया कि जंगल वे जानवरों के लिए एक प्राकृतिक आवास और लकड़ी के एक प्रमुख स्रोत हैं जो कि हमारे दिन-प्रतिदिन जीवन में उपयोग किए जाने वाले कई उत्पादों के उत्पादन के लिए उपयोग की जाती है। वन पृथ्वी पर जैव विविधता को बनाए रखता है और इस प्रकार वन ग्रह पर एक स्वस्थ वातावरण बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण है। उपाध्यक्ष ममता देवी ने बतलाई की ये बेहद घने जंगल हैं और इनमें बड़े पैमाने पर सदाबहार वृक्ष शामिल होते हैं, जो हर साल हरे भरे रहते हैं। इन वनों में वर्ष भर में बहुत अधिक बारिश होती है। और इसका मूल कारण है कि वनों को भरपूर मात्रा में होना। सह सचिव सिकंदर कुमार सिंह ने बतलाया की हम लोगों का दायित्व है कि जंगल को सुरक्षित रखें। क्योंकि हमारे जीवन के लिए जंगल बहुत ही महत्वपूर्ण है। और पेड़ पौधा कटाई होने से कई तरह के जीव जंतु जंगल से बाहर गांव में आ जाते हैं। इस बैठक में उपस्थित वनरक्षी कुंदन कुमार, वनरक्षी असलम अंसारी, प्रभारी वनपाल मुकेश कुमार, सुशील कुमार सिंह, समाजसेवी प्रभात सिंह, सुंदर लाल यादव, ममता देवी, सिकंदर कुमार सिंह, दशरथ यादव, राजेश यादव, कांति देवी, बढ़नी देवी, ममता देवी, रेहाना खातून, जागेश्वर सिंह और अर्जुन दास उपस्थित थे।