संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
हजारीबाग : गोंदलपूरा वन क्षेत्र रूद्दी में वन विभाग बड़कागांव और एनटीपीसी के एमडीओ बीजीआर कंपनी के पदाधिकारीयों द्वारा गुपचुप तरीके से एनटीपीसी बादम कॉल ब्लॉक का सीमांकन कार्य किया जा रहा था। इसकी सूचना मिलते ही सैकड़ो की संख्या में ग्रामीण सीमांकन कार्य स्थल पर पहुंचकर सीमांकन कार्य को बंद करते हुए वन विभाग और बीजीआर कंपनी के पदाधिकारीयों को कॉल कंपनियों के विरुद्ध लगातार लगभग 700 दिनों से लगातार धरना चल रहे स्थल पर लाया गया। यहां पहुंचते ही गोंदल पूरा और इर्द-गिर्द गांव के काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हुए ग्रामीणों ने वन विभाग के पदाधिकारीयों से सीमांकन कार्य हेतु अपने वरीय पदाधिकारी का आदेश पत्र मांगा पर वन विभाग के द्वारा कोई आदेश पत्र नहीं दिखाया गया, उसके बाद ग्रामीणों ने लगभग सभी पदाधिकारी को लगभग 5 घंटे तक धरना स्थल पर बैठाए रखा इसकी सूचना मिलते ही बड़का गांव थाना प्रभारी नमेधारी रजक ने अपने एस आई रामनिवास सिंह को भेजा और उसके हस्तक्षेप के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग के पदाधिकारी से लिखित में लिया कि आज के बाद से इस वन क्षेत्र में वन विभाग का कोई भी कार्य होगा पहले गोंदल पूरा वन समिति को सूचित करने के बाद ही होगा वन विभाग नें अस्वस्थ किया कि आज के बाद से हम लोग जो भी काम करेंगे पहले वन ग्राम समिति और ग्रामीणों को सूचित करके ही काम करेंगे।
वही ग्रामीणों ने बताया कि एनटीपीसी के एमडीओ बीजीआर कंपनी द्वारा सीमांकन का कार्य पहले कंपनी के दलालों को दिया गया था। जिसको हम लोग रुकवा दिए फिर कंपनी ने सीमांकन का कार्य धन के बल पर वन विभाग को सौंप दिया जो सरासर गलत है और हम ग्रामीण इसको कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। वन विभाग अपने वन क्षेत्र में अपने विभाग का कार्य करने के लिए स्वतंत्र है लेकिन वन विभाग अगर कंपनी का कार्य करेगा तो आगे भी हम लोग रोकने का कार्य करेंगे।