
राँची धनबाद में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित एक धरना-प्रदर्शन के दौरान पत्रकारों पर जानलेवा हमला किया गया। यह घटना उस समय हुई जब पत्रकारों ने नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस से संबंधित प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई पर सवाल उठाए। मीडिया के खिलाफ इस हमले मे केवल पत्रकारों की सुरक्षा को खतरे में डाला है, बल्कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर भी गंभीर आक्रमण किया है।
वर्किंग जर्नलिस्ट ऑफ इंडिया, झारखंड इकाई के अध्यक्ष अनंत तिवारी ने कहा, “यह घटना पत्रकारों के प्रति असम्मान और उनके कार्य को रोकने के लिए किया गया एक संगठित प्रयास है। हम इस घृणित कृत्य की कठोर निंदा करते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “यह जख्म लोकतंत्र पर सीधा प्रहार है।”
घटना की शुरुआत कांग्रेस के जिला कार्यकारी अध्यक्ष रशीद राजा अंसारी के बेटे और भाइयों द्वारा शुरू की गई, जब पत्रकारों ने धरने के दौरान उनसे तीखे सवाल पूछे। इस दौरान, पत्रकारों पर लाठी-डंडों से हमला किया गया, जिसके परिणामस्वरूप दैनिक जागरण के फोटो जर्नलिस्ट मोहम्मद शाहिद सहित अन्य दो पत्रकार गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को इलाज के लिए धनबाद के सदर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
स्थानीय पत्रकारों ने यह भी बताया कि हमलावरों ने न केवल शारीरिक हमले किए, बल्कि कई पत्रकारों के कैमरा बैग और मोबाइल फोन भी छीन लिए। इस घटना के बाद, झारखंड के पत्रकार संगठनों ने इसका कड़ा विरोध किया है। अनंत तिवारी ने कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से अपील की कि इस मामले में तत्काल कार्रवाई की जाए। उन्होंने दो मुख्य मांगें रखी:
- “इस प्रकार के भ्रष्ट नेता को कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया जाए।”
- “इस घटना के लिए कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।”
पत्रकारों ने कहा कि उन्हें निर्भीकता से अपने कर्तव्यों का पालन करने का अधिकार है और सभी मीडिया मित्रों से अपील की कि वे इस मुद्दे को महत्व दें और पत्रकारिता के अधिकारों की रक्षा में उनके साथ खड़े हों।
धनबाद में पत्रकारों के साथ पिटाई की घटना: कांग्रेस महासचिव तनवीर आलम ने की कड़ी निंदा

राँची – धनबाद में कांग्रेस पार्टी के नेता द्वारा पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार और पिटाई की घटना के संदर्भ में प्रदेश कांग्रेस के महासचिव तनवीर आलम ने कड़ी निंदा की है। आलम ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि पत्रकार लोकतंत्र की नींव हैं और उन्हें सम्मान का पात्र समझा जाना चाहिए।
तनवीर आलम ने कहा, “यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मीडिया का काम समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करना है और ऐसे हमलों से उनकी कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कांग्रेस पार्टी हमेशा पत्रकारों के अधिकारों की रक्षा के लिए खड़ी रही है।” उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले को अनुशासन समिति के पास रखा जाएगा और कांग्रेस पार्टी इस घटना की गंभीरता से जांच करेगी।
आलम ने कहा, “हम एक जांच कमिटी गठित करेंगे, जो इस विवादास्पद घटना की जांच करेगी। अगर पार्टी के नेता की दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने सभी दलों से अपील की कि वे पत्रकारों के प्रति सम्मान का भाव रखें और किसी भी घटना को राजनीति का हिस्सा न बनाएं।