घुमंतू बच्चों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगा मिशन वात्सल्य

संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

देवघर : उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी विशाल सागर की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभागार में मिशन वात्सल्य के तहत चल रहे कार्यों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने सर्वप्रथम मिशन वात्सल्य के तहत स्पॉंन्सरशिप अन्तर्गत 210 बालक व बालिकाओं को दी जा रही सुविधाओं की वस्तुस्थिति से अवगत हुए। आगे उपायुक्त ने जिला बाल संरक्षण ईकाई द्वारा संचालित चुल्हिया व चरकी पहाड़ी स्थित बालक व बालिका गृह में रह रहे बच्चों एवं बच्चियों को दी जा रही सुविधाओं की समीक्षा करते हुए जिला बाल संरक्षण ईकाई के अधिकारियों व कर्मियों से उनके कार्यों एवं दायित्यों से अवगत कराते हुए जमीनी स्तर पर कार्य करने का निदेश, ताकि जारूरतमंदों बच्चों को हर संभव सुविधा उपलब्ध करायी जा सके। इसके अलावा बैठक के दौरान उपायुक्त विशाल सागर द्वारा जानकारी दी गयी कि 210 बच्चों को अक्टुबर तक स्पॉंन्सरशिप राशि मिशन वात्सल्य के तहत प्रदान किया गया है, जिसके पश्चात वैसे 90 बच्चों का स्पॉंन्सरशिप समाप्त हुआ है जो कि 18 साल की आयु सीमा पूर्ण कर चुके हैं। साथ ही उपायुक्त के निर्देशानुसार 32 बच्चों का स्पॉंन्सरशिप पारित होकर चाईल्ड वेलफेयर में प्रक्रियाधीन है एवं 37 बच्चों का स्पॉंन्सरशिप पारित किया गया है। आगे उपायुक्त ने मिशन वात्सल्य को समाज के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि यह योजना अनाथ बच्चों, मानव तस्करी के शिकार बच्चों, बाल मजदूरी में संलग्न बच्चों और घुमंतू बच्चों को एक सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन प्रदान करने में मील का पत्थर साबित होगी। बैठक में उपरोक्त के अलावे जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी मीरा कुमारी, सहायक जनसम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, विधि सह परिवीक्षा अधिकारी आशुतोष झा एवं संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मी आदि उपस्थित थे।

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