डिजिटल साक्षरता को जन जागरूकता से जोड़ना समय की जरूरत — प्रेरणा दीक्षित
विशेषज्ञों ने लोगों को फेक न्यूज़, ऑनलाइन ठगी और फर्जी वेबसाइट से किया जागरूक
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गुमला। जिला प्रशासन है आज विद्यालय के ऑडिटोरियम में डिजिटल रक्षा पाठशाला का आयोजन 1000 से अधिक अधिकारियों समाजसेवियों कर्मचारी और छात्र-छात्राओं को साइबर ठगी से अवगत कराया और इससे बचने के लिए लोगों को जागरूक किया।
इस कारखाना का उद्घाटन करते हुए उपयुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा कि आजकल लोग तेजी से ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं और लोगों को बड़ी चालाकी से तत्काल टिकट बुकिंग लॉटरी या खाता बंद होने जैसी बातों में उलझा कर अकाउंट से रुपया निकल लिए जाते हैं। इसलिए इस इंटरनेट की दुनिया में इसका लाभ उठाने वाले लोगों को अत्यंत सतर्क रहने की आवश्यकता है। ठगी के बाद इससे जुड़ी जटिल कानूनी प्रक्रिया लंबी होती है। लोगों को जागरूक रहना बहुत जरूरी है। जिस तरह से बीमार लोगों को इलाज करने से बढ़िया परहेज को बताया गया है। इस तरह से इंटरनेट की दुनिया में भी ठगी के बाद कानूनी पत्रों से बचने के बजाय इसे सतर्क रहना जरूरी है।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए पुलिस अधीक्षक हरीश बिन जमां ने कहा कि अब साइबर अपराधी केवल ओटीपी ही नहीं बल्कि वॉयस सैंपल और फोटो तक का उपयोग कर धोखाधड़ी करने में जुट गए हैं। अगर कोई व्यक्ति ऐसे ठाकुरों के जाल में फंस जाते हैं तो पुलिस को सूचित करें या हेल्पलाइन नंबर 1930 से संपर्क करें।
इस अवसर पर लोगों को साइबर सेल गुमला का हेल्पलाइन नंबर 79090 981 29 साइबर पीस हेल्पलाइन नंबर 9570000066 नंबर पर डायल करने या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिर्पोटिंग पोर्टल www.sibercrime.gov.in पर शिकायत करने का आह्वान किया।
मौके पर जिले वासियों को
- अज्ञात लिंक या वेबसाइट पर क्लिक नहीं करने
- ओटीपी पासवर्ड या बैंक संबंधित जानकारी किसी से साझा नहीं करने
- फर्जी कॉल या व्हाट्सएप मैसेज में लॉटरी इनाम या फ्री ऑफर की बातों पर विश्वास नहीं करने
- सोशल मीडिया पर साझा की गई हर जानकारी सत्य नहीं होती है इसलिए फेक न्यूज़ को आगे नहीं बढ़ाने
- पासवर्ड को नियत नियमित रूप से बदलने और
अपने फोन या डिवाइस में नॉट इंटरेस्टेड जैसे विकल्प चुनने
तथा साइबर अपराध से बचने का आह्वान किया गया।
मौके पर उपस्थित लोगों को साइबर अपराध से सतर्क रहने के लिए शपथ दिलाया गया।