संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
रांची : खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग, झारखंड द्वारा विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग और PATH के सहयोग से आज (10 सितंबर 2025) “Nutrition and Rice Fortification” विषय पर राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य फोर्टिफाइड राइस के महत्व और उसके जरिए कुपोषण उन्मूलन के प्रयासों को सशक्त बनाना था।
कार्यशाला में कुलपति डॉ. चन्द्रभुषण शर्मा (विनोबा भावे विश्वविद्यालय), सत्येन्द्र कुमार (प्रबंध निदेशक, झारखंड राज्य खाद्य एवं असैनिक आपूर्ति निगम), दिलीप तिर्की (निदेशक, खाद्य एवं उपभोक्ता मामले निदेशालय), अनन्त कुमार (उप सचिव, स्वास्थ्य विभाग), कृष्णा टोप्पो (सहायक निदेशक, सामाजिक कल्याण निदेशालय) और सुशील कुमार (उप सचिव, खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग) समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
विशेषज्ञ वक्ता के रूप में श्रीमती रूचिका चुग सचदेव (Gates Foundation), डॉ. गुलफाम अहमद हासमी (IIT दिल्ली), डॉ. डैनी साजी (PATH), डॉ. देवेष कुमार (RIMS), डॉ. अनुपम राय (BIT मेसरा), श्रीमती किरण कुमारी (रांची विश्वविद्यालय), डॉ. मनोज कुमार (विनोबा भावे विश्वविद्यालय) और श्री अभिषेक कुमार (PATH) ने अपने विचार साझा किए।
कार्यशाला में सभी जिलों के आपूर्ति पदाधिकारी, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी तथा शिक्षा विभाग से जुड़े मध्याह्न भोजन नोडल पदाधिकारियों ने भी भाग लिया।
इस अवसर पर फोर्टिफाइड राइस क्या है, इसकी आवश्यकता क्यों है और “आहार से पोषण तक” जैसे विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। साथ ही, जमीनी स्तर पर जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया।
कार्यक्रम का समापन सुशील कुमार, उप सचिव (खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग) के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।