चमेली झरना जैसे संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम की मांग

19 वर्षीय युवक की झरना में डूबने से हुई मौत

संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

हजारीबाग : चमेली झरना में हुई दुखद घटना लेकिन प्रशासनिक अमला लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटा रहा। एनडीआरएफ के अथक प्रयासों से 36 घंटे बाद शिवम का शव बरामद कर लिया गया। एनडीआरएफ की अथक प्रयास से मात्र 45 मिनट में शव को निकाल लिया गया। शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है। पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को शव को सौंप दिया गया। सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने गहरी संवेदना प्रकट करते हुए कहा कि मैं प्रशासन से मांग करता हूँ कि चमेली झरना जैसे संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम हों, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं। मौत का झरना बन चुका चमेली झरना ने न जाने कितने मासूमों की प्राणों की आहुति ली है। फिर एक बार ऐसा ही वाक्या देखने को मिला है। हजारीबाग जिले के पदमा ओपी थाना क्षेत्र के बंद पड़े पत्थर खदान, जिसे चमेली झरना के नाम से जाना जाता है, एक बार फिर दर्दनाक हादसे का कारण बना है। शिवपुरी, हजारीबाग निवासी 19 वर्षीय युवक शिवम कुमार की इस झरना में डूबने से मौत हो गई। इस घटना के बाद क्षेत्र में शोक और सनसनी का माहौल है।
परिजनों के अनुसार, शिवम मंगलवार की शाम अपने दोस्तों के साथ घर से निकला था, लेकिन रात तक घर नहीं लौटा। परिजनों द्वारा काफी खोजबीन के बाद भी कोई सुराग न मिलने पर पुलिस को सूचना दी गयी। बुधवार की सुबह जब पुलिस चमेली झरना पहुंची, तो शिवम के तीन दोस्तों को वहां मौजूद पाया गया। पुलिस ने संदेह के आधार पर तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
शव की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है। पदमा ओपी थाना की पुलिस घटनास्थल पर मौजूद अन्य स्थानीय लोगों से भी पूछताछ कर रही है और सभी पहलुओं की गंभीरता से जांच की जा रही है। गौरतलब है कि चमेली झरना में पत्थर उत्खनन के बाद ऐसे ही छोड़े जाने के बाद उसमें पानी भर गया और यह एक कृत्रिम झरने का रूप ले चुका है। सुरक्षा उपायों के अभाव और अवैध गतिविधियों के चलते यहां पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, जिनमें अब तक दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है। हजारीबाग पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि चमेली झरना को जल्द उच्च अधिकारियों से बात कर चारों तरफ से घेर दिया जाएगा ताकि आने वाले टाइम में इस तरह की दुर्घटना ना हो। उन्होंने सभी अभिभावक और बच्चों से आग्रह किया कि अपने बच्चों को नदी तालाब में नहाने के लिए नहीं जाने दे और बच्चा खासकर चमेली झरना में नहाने के लिए नहीं पहुंचे। परिवार वालों का रो रो कर बुरा हाल है।

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