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हजारीबाग एवं कोडरमा वन्यप्राणी आश्रयणी क्षेत्रों की परिस्थितिकी संवेदी जोन के अनुश्रवण हेतु निगरानी समिति की बैठक

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संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

हजारीबाग : उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल अंतर्गत आने वाले हजारीबाग वन्यप्राणी आश्रयणी एवं कोडरमा वन्यप्राणी आश्रयणी क्षेत्रों की परिस्थितिकी संवेदी जोन (Eco-sensitive Zone) के अनुश्रवण हेतु गठित निगरानी समिति की बैठक का आयोजन आज आयुक्त उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडलीय कार्यालय के सभा कक्षा में किया गया जिसकी अध्यक्षता आयुक्त, उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल, हजारीबाग के द्वारा की गई। बैठक का उद्देश्य अधिसूचना में वर्णित पर्यावरणीय प्रावधानों के प्रभावी क्रियान्वयन एवं संरक्षण गतिविधियों की निगरानी सुनिश्चित करना था। कोडरमा एवं हजारीबाग दोनों वन्यप्राणी आश्रयणियों के लिए ईको-सेंसिटिव जोन का व्यापक और संतुलित ज़ोनल मास्टर प्लान तैयार करने पर चर्चा की गई। जिसमें सर्व समिति से निर्णय लिया गया कि दलमा वन्यजीव अभ्यारण के तर्ज पर इस क्षेत्र में भी जोनल मास्टर प्लान आउटसोर्स के द्वारा विशेषज्ञ एजेंसी से बनाया जाए ताकि विकास एवं संरक्षण में संतुलन सुनिश्चित किया जा सके। हजारीबाग जिले के इचाक अंचल परित्यक्त पत्थर खदानों में फ्लाई ऐस/पौन्ड ऐस भराई किए जाने के प्रस्ताव पर समिति ने पर्यावरणीय प्रभावों के आकलन के साथ-साथ कानूनी वैधता के समीझोपरांत निर्णय लिया गया कि लीचिंग टेस्ट एवं अन्य के संबंध में विशेषज्ञ संस्था आईआईटी धनबाद व अन्य से परामर्श के अनुसार आवश्यक कार्रवाई के उपरांत नियमानुसार ऐस फीलिंग का कार्य किया जा सकता है। कोडरमा वन्यप्राणी आश्रयणी की ईको सेंसिटिव जोन अधिसूचना में शामिल ग्रामों की सूची में डोमचांच मौजा एवं Eco sensitive zone में दर्शायी गई सीमाओं के बीच अंतर के विषय पर चर्चा हुई। इस विसंगति को स्पष्ट करने हेतु इको सेंसेटिव जोन के बाहर किए जाने वाले प्लॉटवार विवरणी के साथ राज्य सरकार को इसकी जानकारी देते हुए इस पर अनुमोदन प्राप्त करने का निर्णय लिया गया। कोडरमा वन्यप्राणी आश्रयणी के ईको सेंसिटिव जोन अंतर्गत मौजा मेघातरी, प्लॉट संख्या 471, खाता संख्या 16, कोडरमा थाना संख्या 344 में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा प्रस्तावित पेट्रोल पंप निर्माण पर विचार करते हुए इको सेंसेटिव जोन की मार्गदर्शिका या अधिसूचना के अनुसार आवश्यक कार्रवाई का निर्देश दिया गया। आयुक्त ने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि वे पर्यावरणीय संरक्षण के साथ सभी विकासात्मक प्रस्तावों का संतुलित मूल्यांकन करें एवं अधिसूचना की भावना के अनुरूप कार्य करें। बैठक में डीएफओ हजारीबाग वन्यप्राणी आश्रयणी, डीएफओ हजारीबाग पूर्वी, डीएफओ हजारीबाग पश्चिमी, डीएफओ कोडरमा, डीएमओ हजारीबाग सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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