रांची: बीआईटी मेसरा रांची में यूनेस्को के फ्लैगशिप इवेंट “पैंथियन क्विज़” की शुरुआत सुबह 10 बजे हुई। इस प्रतियोगिता में दो चरण थे। पहला चरण पाउंस एंड बाउंस था, जिसमें विभिन्न विधाओं से प्रश्न पूछे गए। इस चरण से आठ टीमों का चयन दूसरे चरण के लिए किया गया।दूसरा चरण बज़र राउंड था, जिसमें प्रथम बज़र दबाने वाली टीम को प्रथम उत्तर देने का अवसर दिया गया ।इस चरण से तीन टीमों का चयन हुआ।
● कार्यक्रम का समापन दोपहर 3:00 बजे हुआ जिसमे विजेता रहे
कोडजिला
● एसोसिएशन फॉर कम्प्यूटिंग एंड मशीनरी (ए.सी.एम.) ने अपने प्रमुख कार्यक्रम कोडज़िला का आयोजन किया। यह कार्यक्रम सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ।
● इस ऑनलाइन कार्यक्रम में 108 संस्थानों से 220 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। 24 टीमों (प्रत्येक में दो सदस्य) को सेमीफ़ाइनल चरण के लिए चुना गया।
● प्रतिभागियों को गणितीय और एल्गोरिथ्मिक समस्याएँ हल करने की चुनौती दी गई, जिसमें हर 15 मिनट बाद सदस्यों को स्थान बदलना आवश्यक था।
● 12 टीमें फ़ाइनल चरण तक पहुँचीं। टीमों का मूल्यांकन पास किए गए परीक्षणों की संख्या और सदस्यों के बीच तालमेल के आधार पर किया गया।
● कार्यक्रम की समाप्ति दोपहर 1:45 बजे उत्साहपूर्ण ढंग से हुई।
ब्लाइंड कोडिंग
● आई ई टी क्लब के औपचारिक इवेंट ब्लाइंड कोडिंग की शुरुआत सुबह 10:30 बजे हुई।
● प्रतियोगिता में प्रत्येक प्रतिभागी को तीन डीएसए के सवाल दिये गये, जिनको उन्हें बिना स्क्रीन को देखे हल करना था।
● प्रतियोगियों को अपने कोड की गलती और समाधान केवल कोड सबमिट करने के बाद ही देख सकते थे।
● इसके साथ सुबह 11:30 बजे इस इवेंट का अत्यन्त उत्साह के साथ सामपन हुआ।
अमंग अस
● रोटरैक्ट क्लब द्वारा आयोजित अमंग अस का आयोजन सुबह 10 बजे हुआ।
● इस इवेंट में प्रतिभागियों को समय में दिए गए काम पूरे करने थे। यह इवेंट प्रसिद्ध मल्टीप्लेयर खेल, अमंग अस से प्रेरित है, जहां क्रूमेट को इंपोस्टर कि पहचान करनी होती है।
● प्रतिभागियों को दो गुटों में विभाजित किया गया, एक इंपास्टर और दूसरा सहयोगी यानि क्रूमेट। कम से कम समय में सारे काम पूरे करना वाले अंतिम चरण के लिए चुने गए।
● इस इवेंट में दो राउंड्स थे। पहला राउंड डॉज बॉल था। पहले राउंड के चुनिंदे विजेताओं को अंतिम राउंड, अमंग अस खेलने का मौका मिला।
● कार्यक्रम का समापन दोपहर 3 बजे हुआ।
बाइट बैटल
● ईसीई सोसाइटी द्वारा बाइट बैटल्स कार्यक्रम का आयोजन एल.एच.-2 में सुबह 11:00 बजे किया गया ।
● प्रतियोगिता को तीन चरणों में आयोजित किया गया और यह एक सोलो प्रतियोगिता थी।
● पहला चरण प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग प्रतियोगिता था, जबकि दूसरा चरण एआई का उपयोग करके विकास पर आधारित था। अंतिम चरण में प्रतिभागियो , जेमेनाई, ओपन ए आई और कोपायलट का उपयोग करते हुए न्यूनतम स्टोरेज वाला एक गेम बनाने की चुनौती दी गई।
● कार्यक्रम का समापन दोपहर 1:30 बजे हुआ।
क्यूब द सीमेंटो
● आई ई आई सिविल क्लब द्वारा क्यूब द सीमेंटों का आयोजन सुबह 11:30 बजे करवाया गया।
● पहला राउंड एप्टीट्यूड राउंड था, जिसमें प्रतिभागियों की बुद्धिमता को परखा गया।
● पहले राउंड के उत्तीर्ण विजेताओं को कंक्रीट लैब में कंक्रीट का क्यूब बनाने का काम दिया गया |
● क्यूब की ताकत को अलग-अलग तरीकों से जांचा गया और इसी के आधार पर टीमों का मूल्यांकन किया गया।
● कार्यक्रम का समापन दोपहर 3:00 बजे हुआ।
लिरिक्राफ्ट
● ध्वनि म्यूज़िक क्लब ने एक फॉर्मल कार्यक्रम लिरिक्राफ्ट का आयोजन किया। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे शुरू हुआ।
● कार्यक्रम में 2 टीमों ने भाग लिया और अपने संगीत कौशल का प्रदर्शन किया।पहले चरण में टीमों को यादृच्छिक थीम और संकेत दिए गए, जिनके आधार पर उन्हें मौलिक गीत लिखने थे।
● दूसरे चरण में प्रतिभागियों ने लिखे गए गीतों को संगीत में ढालकर सुरमय प्रस्तुति दी।टीमों का मूल्यांकन स्पष्टता, रचना और संगीत की मधुरता के आधार पर किया गया।
● कार्यक्रम की समाप्ति दोपहर 12:15 बजे हुआ।
द केटालिस्ट कोड
आईआईसीएचई के इवेंट द केटालिस्ट कोड की शुरुआत सुबह 10:30 बजे हुई। प्रतियोगिता का आयोजन दो चरण में किया गया, जिसमें पहला चरण गेस्स्टीमेट था और दूसरे चरण में प्रतियोगियों द्वारा प्रस्तुति दी गई।
कार्यक्रम का समापन दोपहर 3:00 बजे हुआ।
एक्सिबिशन
आर्मी एक्सिबिशन
मिलिट्री कैंप रांची द्वारा संस्थान के छात्रों के लिए मिलिट्री उपकरणों की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसकी शुरुआत सुबह 9:00 बजे हुई।प्रदर्शनी के दौरान संस्थान के छात्र मामलों के डीन डॉ भास्कर कर्ण उपस्थित रहे। प्रदर्शनी में आर्मी मेम्बर्स द्वारा मॉक ड्रील का आयोजन किया गया व छात्रों को विभिन्न आर्मी उपकरणों की जानकारी दी गई। इसके साथ शाम 6:00 बजे प्रदर्शीनी समाप्त हुई।
