राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए रामगढ़ और चतरा के शिक्षक अनुशंसित
रांची विशेष संवाददाता / मनोज प्रसाद
शिक्षक दिवस के पावन अवसर पर शुक्रवार को राजधानी रांची स्थित झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (JEPC) के सभागार में राज्यस्तरीय सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस गरिमामयी समारोह में राज्य भर के विभिन्न जिलों से चयनित कुल 128 शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन शिक्षा विभाग द्वारा किया गया, जिसमें सतत व्यावसायिक विकास कार्यक्रम में उल्लेखनीय योगदान देने वाले शिक्षकों को विशेष रूप से आमंत्रित कर सम्मानित किया गया।
समारोह में शिक्षकों को शॉल, स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने शिक्षकों की सराहना करते हुए कहा कि सम्मानित शिक्षक पूरे राज्य के लिए प्रेरणास्रोत हैं और उनके कार्यों से अन्य शिक्षक भी प्रेरणा लेंगे।
दो शिक्षकों को मिला विशेष सम्मान—
कार्यक्रम की सबसे खास उपलब्धि यह रही कि इस मंच से दो शिक्षकों — रामगढ़ जिले के सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता और चतरा जिले के मनोज कुमार चौबे — को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। ये दोनों शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के लिए अनुशंसित किए गए हैं। उन्हें समारोह में 25 हजार रुपये की सम्मान राशि, शॉल और प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दोनों शिक्षकों का जोरदार स्वागत किया।
सम्मानित शिक्षकों ने साझा किए अपने अनुभव#—
अपने संबोधन में शिक्षक सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा, “यह सम्मान मेरे लिए नहीं, बल्कि मेरे विद्यालय, छात्रों और पूरे शिक्षा समुदाय के लिए है। यह हमें आगे और बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है।” उन्होंने कहा कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के अपने संकल्प पर अडिग रहेंगे।
वहीं मनोज कुमार चौबे ने कहा, “शिक्षा सिर्फ पाठ्यक्रम तक सीमित नहीं होनी चाहिए। हमें बच्चों में मानवीय मूल्य, सामाजिक जिम्मेदारी और नैतिकता की भावना भी विकसित करनी चाहिए। यह सम्मान मुझे और भी मेहनत करने की प्रेरणा देता है।”
“शिक्षक समाज के रीढ़ हैं” – शिक्षा निदेशक—
समारोह में उपस्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशक राजेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षक ही समाज की रीढ़ होते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की भूमिका सिर्फ पढ़ाने तक सीमित नहीं, बल्कि वे बच्चों के भविष्य का निर्माण करते हैं। उन्होंने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों में रचनात्मकता, जिज्ञासा और सकारात्मक सोच विकसित करें।
कार्यक्रम के अंत में शिक्षकों को प्रेरणादायक वीडियो दिखाया गया और शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को साझा किया गया। समारोह में राज्य भर के शिक्षक, शिक्षा विभाग के अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मंच पर पूरे समय उत्साह और सम्मान का वातावरण बना रहा।