दर्जनों किसानों के खेत में लगे धान के बिचड़े को रौंदा हाथियों ने
संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
हजारीबाग : बड़कागांव में इन दिनों हाथियों का कहर जारी है ग्रामीणों के अनुसार 26 जून से लेकर 1 जुलाई तक हाथियों ने लगभग दर्जनों घर तोड़े हैं एवं सैकड़ो कट्ठा जमीन में लगे फसलों को बर्बाद किया है। इससे लगभग लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। हाथी के कहर से मुक्ति दिलाने के लिए वन विभाग की टीम प्रयास कर रही है परंतु हाथियों का झुंड बड़कागांव के विभिन्न गांव में आशियाना बनाकर घरों एवं फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। 25 से 30 हाथियों का झुंड चरही जंगल से आकर 26 जून को जोराकाठ में काफी उत्पात मचाया। इसके बाद बादम, नापोखुर्द, बरवणिया और बुधवार की सुबह को डॉकाटांड होते हुए जब खरांटी के बाध में हाथियों का झुंड पहुंचा तो दर्जनों किसान के खेत में लगे धान के बिचड़े को पैरों से रौंदते आगे निकलते गए। खरांटी निवासी राजेंद्र साव, घनश्याम साव, छोटू प्रजापति, पन्नालाल साव, गेंदालाल साव एवं अन्य दर्जनों किसानों के खेत में लगे धान के बिचड़े को बर्बाद कर दिया जिससे किसानों का रो-रो कर बुरा हाल है किसानों ने वन विभाग से मुआवजा की मांग किया है। आगे किसानों ने कहा कि अगर वन विभाग मुआवजा नहीं देती है तो किसान सड़क पर उतरकर वन विभाग के गेट पर धरना प्रदर्शन करेंगे। तत्पश्चात हाथियों का झुंड गंगा दोहर में हाथी डेरा जमाते हुए कहर ढा रहे हैं। किसानों एवं ग्रामीणों के बीच दहशत है। गंगादोहर में हाथियों का झुंड निजी जंगल में अपना आशियाना बनाए हुए है। बड़कागांव रेंजर कमलेश सिंह ने बताया कि एक हाथी ने शिशु हाथी को जन्म दिया है जब तक वह शिशु हाथी तंदुरुस्त नहीं होगा तब तक क्षेत्र में ही हाथी रहेंगे इसलिए ग्रामीण सावधानी से रहे हाथियों को देखकर उन्हें तंग ना करें।
