रांची। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद (JEPC) ने राज्य के दिव्यांग (विकलांग) बच्चों के लिए एक विशेष अभियान शुरू करने की घोषणा की है। ADIP-SSA योजना के तहत यह कार्यक्रम दो चरणों में आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य राज्य के 12 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चों की पहचान और उन्हें जरूरी सहायक उपकरण उपलब्ध कराना है।
पहला चरण: स्क्रीनिंग अभियान (3 जुलाई से 19 सितंबर 2025)
पहले चरण में 3 जुलाई से लेकर 19 सितंबर 2025 तक राज्यभर में विशेष स्क्रीनिंग कैंप आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम बच्चों की जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि किस बच्चे को किस प्रकार की मदद या उपकरण की जरूरत है।
दूसरा चरण: सहायक उपकरण वितरण (दिसंबर 2025 से फरवरी 2026)
दूसरे चरण में दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक बच्चों को आवश्यक सहायक उपकरण (aids and appliances) जैसे व्हीलचेयर, श्रवण यंत्र, वॉकर, बैसाखी आदि वितरित किए जाएंगे।
कौन-कौन से जिले होंगे शामिल?
यह अभियान पूरे झारखंड राज्य के सभी जिलों में चलाया जाएगा। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 12 वर्ष तक के दिव्यांग बच्चों को इस योजना से जोड़ने पर जोर दिया गया है।
JEPC की खास पहल
JEPC के अधिकारियों का कहना है कि यह कार्यक्रम “समावेशी शिक्षा” (Inclusive Education) को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इस अभियान से सैकड़ों जरूरतमंद बच्चों को सीधा लाभ मिलेगा।
अभिभावकों से अपील
JEPC ने सभी अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने दिव्यांग बच्चों को इन कैंपों में जरूर लेकर आएं। इसके लिए जिला शिक्षा कार्यालयों और स्कूलों के जरिए विशेष जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है।
—
मुख्य बातें संक्षेप में:
कैंप की शुरुआत: 3 जुलाई 2025
पहला चरण: 3 जुलाई से 19 सितंबर → स्क्रीनिंग
दूसरा चरण: दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 → उपकरण वितरण
लाभार्थी: 12 साल तक के दिव्यांग बच्चे
अभियान का उद्देश्य: स्क्रीनिंग, पहचान और सहायक उपकरण प्रदान करना
