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जगन्नाथपुर रथ यात्रा महोत्सव में शामिल होने के लिए सीएम हेमंत सोरेन को किया गया आमंत्रित

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संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता

रांची: रथ यात्रा आगामी 27 जून को भव्य रूप से आयोजित की जाएगी इसकी तैयारी रांची स्थित जगन्नाथपुर मंदिर में जोरो शोरों से की जा रही है। इसी बीच मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से जगन्नाथपुर मंदिर न्यास समिति के प्रथम सेवक ठाकुर सुधांशु नाथ शाहदेव ने भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री को आगामी 27 जून को आयोजित होने वाले जगन्नाथपुर रथ यात्रा महोत्सव में शामिल होने का निमंत्रण दिया।

रांची का जगन्नाथपुर मंदिर आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है
पूरी धाम के बाद राजधानी रांची स्थित जगन्नाथपुर मंदिर आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है। वर्षों से रथ यात्रा निकालने की परम्परा जारी है।मुख्यमंत्री को रथ यात्रा महोत्सव की पारंपरिक और धार्मिक महत्ता से अवगत कराते हुए सुधांशु शाहदेव ने बताया कि यह आयोजन झारखंड की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत का प्रतीक है, जिसमें प्रतिवर्ष लाखों के संख्या श्रद्धालु भाग लेते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि रथ यात्रा के दौरान भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की शोभायात्रा पारंपरिक विधि-विधान के साथ मंदिर परिसर से प्रारंभ होकर विशेष मार्ग से होती है।

राज्य सरकार राज्य की धार्मिक परंपराओं और आयोजनों को प्रोत्साहित करने के लिए संकल्पित है – हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आमंत्रण स्वीकार करते हुए समिति को धन्यवाद दिया और कहा कि राज्य सरकार राज्य की धार्मिक परंपराओं और सांस्कृतिक आयोजनों को प्रोत्साहित करने के लिए कृतसंकल्प है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि प्रशासनिक स्तर पर महोत्सव की तैयारी और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।

रथ यात्रा को लेकर उत्साह चरण
इस भेंट वार्ता के दौरान जगन्नाथपुर मंदिर न्यास समिति के अन्य प्रमुख सेवक अमरदीप कौशल एवं हरिदास चौधरी भी उपस्थित रहे। सभी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वे स्वयं इस ऐतिहासिक एवं जनभावनाओं से जुड़े महोत्सव में शामिल होकर श्रद्धालुओं का उत्साहवर्धन करें। बता दे जगन्नाथपुर रथ यात्रा रांची और आसपास के इलाकों में अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाने वाला एक प्रमुख धार्मिक उत्सव है, जो न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का भी परिचायक है। रथ यात्रा की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है 15 दिनों के बाद भगवान एकांतवास से वापिस दिनांक 26 जून को श्रृद्धालुओं को दर्शन देंगे एवं 27 जून को रथ यात्रा निकाली जाएगी।

Bishwjit Tiwari
Author: Bishwjit Tiwari

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