झारखंड में हजारों निजी विद्यालयों एवं लाखों गरीब,दलित आदिवासी और पिछड़े वर्ग के बच्चों को प्रोत्साहित कर समाज की मुख्य धारा में जोड़ने वाला पासवा न सिर्फ झारखंड की अग्रणी संस्था है वरन एक सामाजिक आंदोलन का स्वरूप है : दीपिका पांडे सिंह ग्रामीण विकास मंत्री झारखंड सरकार
रांची : पासवा (पब्लिक स्कूल्स एण्ड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन) द्वारा तैयार किए गए बहुप्रतीक्षित स्मारिका (सौवेनिर) का आज भव्य लोकार्पण माननीय ग्रामीण विकास मंत्री श्रीमती दीपिका पाण्डेय सिंह जी के कर-कमलों से उनके आवास पर संपन्न हुआ।इस ऐतिहासिक अवसर पर मंत्री महोदया ने कहा – “पासवा आज एक आंदोलन बन चुका है। पिछले पाँच वर्षों में इस संस्था ने जिस मेहनत, लगन और प्रतिबद्धता से समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े बच्चों, विशेषकर आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के लिए कार्य किया है, वह अत्यंत प्रेरणादायक है। यह सिर्फ एक संस्था नहीं, एक सामाजिक जागरण है।” मैं इस संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दुबे और उनकी टीम को हृदय से बधाई देती हूँ, जिन्होंने इसे एक मिशन के रूप में लिया और समाज में सार्थक परिवर्तन लाने के लिए निरंतर प्रयत्नशील हैं।”
पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे ने कहा –
“आज का दिन मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत महत्वपूर्ण है। यह स्मारिका हम चार साल से सोच रहे थे और आज जब माननीय मंत्री जी के कर-कमलों से इसका लोकार्पण हुआ, तो ऐसा प्रतीत हुआ कि हमारा संघर्ष अब एक आंदोलन में बदल चुका है। मैं इस अवसर पर अपने सभी वालंटियर्स, पदाधिकारियों, और समाज के उन सभी सहयोगियों को धन्यवाद देता हूँ, जिनकी निःस्वार्थ सेवा और विश्वास से आज पासवा यहां तक पहुँचा है।
हमारा अगला लक्ष्य – झारखंड के हर बच्चे तक शिक्षा की रोशनी पहुँचाना है। हम न थकेंगे, न झुकेंगे – पासवा का यह संकल्प है।”
विशिष्ट अतिथि के रूप मे उपस्थित केराली स्कूल के प्रिंसिपल राजेश पिल्लई ने पासवा के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि,“पासवा आज केवल एक संस्था नहीं, बल्कि शिक्षा जगत में एक पहचान बन चुकी है। जिस प्रतिबद्धता और निष्कलंक सेवा भावना के साथ पासवा की टीम शिक्षा, बाल कल्याण, और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्रों में कार्य कर रही है, वह अत्यंत प्रेरणादायक है। सीमित संसाधनों में भी जिस प्रकार पासवा ने हजारों बच्चों और शिक्षकों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है, वह समाज सेवा का एक अनुकरणीय उदाहरण है। मैं पासवा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आलोक कुमार दुबे और उनकी संपूर्ण टीम को इस शानदार कार्य के लिए हार्दिक बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ कि यह संस्था आने वाले वर्षों में और भी ऊँचाइयाँ प्राप्त करे।”
इस गरिमामयी कार्यक्रम में श्री वी.के. सिंह, जो ट्राइबल बच्चों को आईआईटी की तैयारी कराते हैं, को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस वर्ष उन्होंने 15 आदिवासी छात्र-छात्राओं को आईआईटी में प्रवेश दिलाकर समाज में शिक्षा की नई मिसाल पेश की है।सुश्री फलक फातिमा को पासवा में उत्कृष्ट समर्पण, प्रेरणादायक प्रतिबद्धता एवं नेतृत्व के प्रति मान्यता स्वरूप,
जबकि विशाल कुमार सिंह को
पासवा के प्रमुख कंटेंट क्रिएटर के रूप में रचनात्मक प्रतिभा और समर्पण के लिए जबकि चतरा गाॅडफ्रे स्कूल के डायरेक्टर नीरज कुमार,आर सी रेसिडेंशियल स्कूल के डायरेक्टर मींकू प्रसाद,हजारीबाग जिला पासवा महासचिव सुश्री मेघाली सेन गुप्ता को विशिष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित पासवा के प्रेरणादायक कार्यकर्ताओं और वालंटियर्स को भी सम्मानित किया गया, जिनमें प्रमुख नाम रहे —
सैयद अकबर, ज्योति कुमारी, तोषी कुमारी, प्रीति सिंह, श्रुति तिवारी, अनुष्का कुमारी, मेंहुल दूबे, आरजू सबा, सोनिया बिलूंग, अनामिका दुबे, आरती कुमारी, शालिनी, वीणा कुमारी, खुशी कुमारी, अंजली कुमारी, साक्षी कुमारी, रूपा राव, सलोनी कुमारी, विशाखा कुमारी, अंकिता सिंह , रोशन लिंडा, रौनक जायसवाल, रुखसार, नवरस नदीम, केसर आलम, हसनैन राजा, सैफ अहमद, जैद आलम अजहर, प्रिंस राज, रितेश कुमार, अनन्या कुमारी, नाज परवीन, सनाउल्लाह, गौरी कुमारी, गरिमा सिंह, सोनी कुमारी आदि।
कार्यक्रम में एकजुटता, सेवा भावना और शिक्षा के प्रति समर्पण की झलक स्पष्ट रूप से देखने को मिली।
पासवा ने एक बार फिर यह सिद्ध किया कि जब इरादे नेक हों, तो संसाधनों की कमी भी बाधा नहीं बनती।
कार्यक्रम का संचालन पासवा की प्रदेश महासचिव सुश्री फलक फातिमा ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन चतरा से आए पासवा के प्रदेश महासचिव नीरज कुमार ने किया।
