नई दिल्ली । राष्ट्रीय वार्षिक महिला सुरक्षा रिपोर्ट एवं सूचकांक (NARI 2025) के अनुसार, रांची और पटना देश के उन शहरों में शामिल हैं जहाँ महिलाएं खुद को सबसे ज्यादा असुरक्षित महसूस करती हैं। रिपोर्ट में श्रीनगर, कोलकाता, दिल्ली, फरीदाबाद और जयपुर भी असुरक्षित शहरों की सूची में रखे गए हैं। वहीं, कोहिमा, विशाखापट्टनम, भुवनेश्वर, आइजोल, गंगटोक, ईटानगर और मुंबई को महिलाओं के लिए सबसे सुरक्षित शहर माना गया है।
रिपोर्ट की मुख्य बातें
जिन शहरों को असुरक्षित बताया गया है, वहाँ महिलाओं को अक्सर सड़क पर घूरने, छेड़छाड़ और अनचाहे शारीरिक संपर्क जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ता है, खासकर रात के समय।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट और सिनेमाघरों में भी महिलाओं को असहज महसूस होता है।
कई मामलों में महिलाएं डर के कारण पढ़ाई या नौकरी छोड़ने को मजबूर हो जाती हैं। सर्वे में शामिल 12,770 महिलाओं में से 7% ने छेड़छाड़ का अनुभव साझा किया, जिनमें अधिकतर 18-24 वर्ष की आयु की थीं।
लगभग 50% महिलाओं को जानकारी नहीं थी कि उनके कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से बचाव की POSH नीति लागू है या नहीं। जिन दफ़्तरों में यह नीति लागू थी, वहाँ की महिलाओं ने इसे आम तौर पर प्रभावी बताया। 60% महिलाओं ने खुद को सुरक्षित बताया, जबकि 40% ने असुरक्षित या कम सुरक्षित महसूस किया।
रिपोर्ट का उद्देश्य
NARI 2025 रिपोर्ट 31 शहरों के सर्वे के आधार पर तैयार की गई है। इसका उद्देश्य महिला सुरक्षा की वास्तविक स्थिति को उजागर करना और 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य के अनुरूप सुरक्षित माहौल बनाने की दिशा में सुझाव देना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि आधिकारिक अपराध के आंकड़े हमेशा पूरी तस्वीर नहीं दिखाते, क्योंकि कई महिलाएं शिकायत दर्ज ही नहीं करातीं।
