रांची । मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा के पूरक मानसून सत्र के समापन पर विपक्ष पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को बदनाम करने और कार्यों में व्यवधान डालने के लिए फंडिंग की जा रही है। इसके जरिए जनता को भड़काने की कोशिश की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा गिरोह पूरे देश में सक्रिय है।उन्होंने रिम्स-2 और फ्लाईओवर विवाद का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए सरकार की योजनाओं का विरोध किया जा रहा है। बावजूद इसके राजधानी की जनता अब फ्लाईओवर के लाभ समझ चुकी है। मुख्यमंत्री ने विपक्ष से सकारात्मक सहयोग का आह्वान किया, लेकिन साथ ही आरोप लगाया कि कई जगहों पर सरकार के काम में बाधाएं उत्पन्न की जा रही हैं और इसके लिए कानून का सहारा लिया जा रहा है।
भाजपा और केंद्र पर निशाना,नया कानून और हिडेन एजेंडा
मुख्यमंत्री ने बिना नाम लिए भाजपा पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश में आदिवासियों, दलितों और अल्पसंख्यकों की स्थिति ठीक नहीं है। यह विश्व गुरु बनाने की बात करते हैं, लेकिन असल में खुद और अपने व्यापारिक सहयोगियों को विश्व गुरु बनाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि सदन ने दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भारत रत्न देने का प्रस्ताव पारित किया है। अब यह देखना होगा कि केंद्र सरकार इस पर क्या रुख अपनाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विरोधियों को जेल भेजने के लिए सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का इस्तेमाल हो रहा है। अब एक नया कानून लाने की तैयारी है जिसके तहत 30 दिन जेल में रहने पर पीएम, सीएम या सांसद की सदस्यता समाप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कानून किस उद्देश्य से लाया जा रहा है, इसका छिपा एजेंडा जल्द स्पष्ट होगा।
इवेंट मैनेजमेंट और झारखंड की स्थिति
मुख्यमंत्री ने कहा कि इवेंट मैनेजमेंट और मीडिया के सहारे जनता को भ्रमित किया जा रहा है। आदिवासी हितों की बातें की जाती हैं, लेकिन घोषणाओं का कोई ठोस परिणाम नहीं दिखता।
उन्होंने कहा कि झारखंड देश के विकास की बड़ी कीमत चुका रहा है। यहां के खनिज से कई उद्योगपति समृद्ध हुए, लेकिन राज्य के लोग गंभीर बीमारियों और पर्यावरण प्रदूषण की मार झेल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मंईयां सम्मान योजना झारखंड में अपने सीमित संसाधनों से लागू की गई, जबकि अन्य राज्यों में चुनावी वादे अभी अधूरे हैं। अंत में उन्होंने कहा कि हर गलत चीज गुजरात से शुरू होती है,और आरोप लगाया कि वहां फर्जी दलों को बड़े पैमाने पर चंदा मिलता है और उनका इस्तेमाल राजनीति प्रभावित करने के लिए किया जाता है।
