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पाकुड़िया सागातटोला की कुआं में तेरते जहरीले सर्प, डर के साये में कुप से पानी लेकर उपयोग को मजबूर

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सागातटोला में भीषण जलसंकट से हाहाकार , प्रशासन से लगाई गुहार

पाकुड़िया संवाददाता/ संतोष साहा
पाकुड़िया प्रखंड मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर दूर बासेतकुंडी पंचायत अंतर्गत धवाडंगाल गांव के सागातटोला के लोग शुद्ध पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं। आज के युग में भी टोला के लोग खुले गंदा कुआं का पानी पीने को लेकर बेबस है, जानकारी के अनुसार धवाडंगाल सागातटोला अंतर्गत लगभग 55 आदिवासी परिवारों में 350 लोगों की आबादी हैं। लेकिन भीषण गर्मी में शुद्ध पेयजल की कोई सुविधा नहीं है। टोला में सभी चापाकल खराब है ये सभी शोभा की वस्तु बना हुआ है साथ ही बोरिंग भी किया हुआ है।पर चालू अवस्था में नहीं है। जिससे वे टोला से दूर खेत में मौजूद पुराने खुले कुआं के पानी से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। पूरे टोला के लिए एक मात्र यह कुआं ही गर्मी में ग्रामीणों का सहारा बना हुआ है। इधर सरकार करोड़ों रुपए पेयजल के लिए खर्च कर रही है। साथ ही उपायुक्त पाकुड़ भी जिला में कहीं भी पानी की समस्या ना हो विशेष निगरानी रखे हुए हैं इसके बावजूद भी विभागीय अधिकारी इस टोला में ध्यान नहीं है ध्यान रहता तो प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में ग्रामीणों का पेयजल की समस्या नहीं आती। ग्रामीणों का माने तो धवाडंगाल सागातटोला में प्रतिवर्ष गर्मी के मौसम में हैंडपंप का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण ग्रामीणों को वही पुराना कुआं का पानी पीना पड़ता है। पिछले कई वर्ष से ग्रामीणों प्रशासन से जल संकट दूर करने की मांग कर रहे हैं लेकिन व्यवस्था में कोई सुधार नहीं आया है। ग्रामीण कई वर्षों से इस टोला में डीप बोरिंग कर पानी टंकी की मांग कर रहे हैं। ताकि गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या से निजात मिल सके।

कुआं के अंदर जहरीले सांप के बीच निकालते है पानी– गांव के एक मात्र कुआ की खाशियत यह है कि इस कुआ में कई जहरिले सांप का बसेरा बना हुआ है इसके वावजूद लोग मजबूरन इन कुआ से पानी उठाकर उपयोग करने को मजबूत है ऐसे मे लोग जान जोखिम मे डालकर पीने का पानी उपयोग करने को विवश है ।

क्या कहते हैं ग्रामीण

कल्यान मरांडी—-
ग्रामीण कल्याण मरांडी ने बताया कि गर्मी के समय में चापाकल से जलस्तर नीचे चले जाने के कारण पेयजल नहीं मिलता है।अभिलंब डीप बोरिंग की जरूरत है। जिससे टोला के लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सकता है साथ ही यह परमानेंट सॉल्यूशन भी है।
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मसीरा मराण्डी—-
ग्रामीण मसीरा मरांडी ने कहा कि सरकार एवं उपायुक्त को हमारे टोला में पानी की टंकी बनाकर डीप बोरिंग के साथ जोड़ देने से हम लोगों का पेयजल संबंधित दिक्कत समाप्त हो जाएगा। प्रतिवर्ष गर्मी में हम लोगों को पानी की समस्या से निदान मिल जाएगा।

अनिल हेम्ब्रम—-
ग्रामीण अनिल हेंब्रम ने बताया कि हैंडपंप का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण ग्रामीणों को खुला कुएं का पानी पीना पड़ रहा है।खुला कुएं का पानी पीने से बीमारी फैलने का भी डर लगा रहता है।सरकार एवं प्रशासन द्वारा हमारे टोला में डीप बोरिंग कर देने से सोहलीयत होगी।

रवि टुडू—-
ग्रामीण रवि टुडू ने बताया कि इस टोला में प्रति वर्ष गर्मी में चापाकल का जलस्तर नीचे चले जाने के कारण घोर जल संकट की समस्या से जूझ रहे हैं। मजबूरी में कुआं का खुला पानी पीने को मजबूर हैं सरकार को ध्यान देना चाहिए।

क्या कहते है बीपीआरओ—- त्रिदीप सील ने कहा कि मुखिया मिलकर गांव की पेयजल संकट को दूर करने का पुरी कोशिश कि जाएगी ।

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