संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता राँची
राँची: अक्षय तृतीया है, जब लोग धन देवी लक्ष्मी और धन के देवता से समृद्धि की कामना करते हैं। लेकिन झारखंड में बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नई चुनौती सामने आ रही है। राज्य का बिजली विभाग अपने राजस्व को बढ़ाने के लिए बिजली दरों में बढ़ोतरी की योजना बना रहा है। झारखंड विद्युत नियामक आयोग (जेबीवीएनएल) ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए नए टैरिफ का ऐलान करने की तैयारी पूरी कर ली है। जिसमें अनुमानित 25 से 50 पैसे की बढ़ोतरी हो सकती है।
जेबीवीएनएल का प्रस्ताव
जेबीवीएनएल ने घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दरों में प्रति यूनिट दो रुपये बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है। वर्तमान दरों को देखते हुए:
- शहरी क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं के लिए: वर्तमान दर 6.65 रुपये प्रति यूनिट है, जो बढ़कर 8.65 रुपये प्रति यूनिट होने का प्रस्ताव है। फिक्स्ड चार्ज वर्तमान 100 रुपये से बढ़कर 200 रुपये प्रति माह करने का प्रस्ताव है।
- ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए: दरें 6.30 रुपये से बढ़ाकर 8 रुपये प्रति यूनिट करने का सुझाव दिया गया है। फिक्स्ड चार्ज 75 रुपये से 150 रुपये प्रति माह करने का प्रस्ताव है।
- आवासीय कॉलोनी/अपार्टमेंट्स (डीएस एचटी श्रेणी): दरें 6.25 रुपये से बढ़कर 9.50 रुपये करने का प्रस्ताव है, तथा फिक्स्ड चार्ज 150 रुपये से बढ़ाकर 250 रुपये प्रति माह किया जाएगा।
- कॉमर्शियल उपभोक्ताओं (एनडीएस श्रेणी): दर में 4.90 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की जा सकती है, वर्तमान दर 6.10 रुपये है जो बढ़कर 11 रुपये प्रति यूनिट होगी।
- औद्योगिक उपभोक्ताओं (एचटीएस श्रेणी): दरों में भी दो रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की जा सकती है। एचटीएस-1 उपभोक्ताओं की दर 5.85 से बढ़ाकर 7.85 रुपये करने का प्रस्ताव है।
राजस्व वृद्धि का लक्ष्य
जेबीवीएनएल का मानना है कि बिजली दरों में बढ़ोतरी के जरिए वे अपने सालाना राजस्व का लक्ष्य पूरा कर सकते हैं, जो 10875.46 करोड़ रुपये निर्धारित किया गया है। आयोग को दी गई एनुअल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में घरेलू उपभोक्ताओं से 6433.46 करोड़ रुपये राजस्व वसूली का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें एनर्जी चार्ज और फिक्स चार्ज शामिल हैं।
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