अपनी सफलता के लिए मेहनत करना बहुत जरूरी है : ऐश्वर्य
जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें और चुनौतियों को अवसर के रूप में देखें : अभ्यास
संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
देवघर : स्थानीय विवेकानंद शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा संस्थान के सौजन्य से स्व. सुरेश प्रसाद वर्णवाल एवं प्रेमलता देवी के पौत्र तथा कल्याणी ज्वेलर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर कमल कुमार व नीतू वर्णवाल के सुपुत्र ऐश्वर्य राज एवं स्वर्ण कंप्यूटर के निदेशक चंदन कुमार मल्लिक एवं आदर्श गृहिणी अनिमा मल्लिक के सुपुत्र अभ्यास मल्लिक को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) एडवांस 2025 में बेहतर प्रदर्शन हेतु, संस्थान के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव के करकमलों से मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। ज्ञात हो ऐश्वर्य राज ने सामान्य वर्ग में 7691वीं रैंक और अपनी श्रेणी में 1644वां रैंक हासिल की है। यह उपलब्धि उनकी कठिन मेहनत, दृढ़ न संकल्प का प्रमाण है। ऐश्वर्य अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने परिवार और शिक्षकों को, विशेष रूप से कोटा के सुमित राठी को समर्पित करने की तमन्ना रखता है। ज्ञात हो कि देवघर के संत फ्रांसिस स्कूल, देवघर से स्कूली शिक्षा प्राप्त करने वाले ऐश्वर्य शुरू से ही मेधावी छात्र रहे हैं और 2023 में संत फ्रांसिस स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा में 98.4 प्रतिशत अंक लाकर देवघर के टॉपर बने थे। डॉ. होमी जहांगीर भाभा उनके प्रेरणास्रोत है। फुर्सत के समय वह शतरंज खेलना पसंद करता है। ऐश्वर्य ने सफलता के मूल मंत्र के संदर्भ में कहा- अपनी सफलता के लिए एक स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करना बहुत महत्वपूर्ण है, मेहनत करना बहुत जरूरी है, खुद पर विश्वास रखना बहुत महत्वपूर्ण है, लगातार प्रयास करना महत्वपूर्ण है, सकारात्मक सोच रखना, दूसरों से सीखना, स्वस्थ रहना समय का प्रभावी ढंग से प्रबंधन करना, अपने लक्ष्य के प्रति समर्पण और दृढ़ संकल्प रखना अनिवार्य है। अभ्यास का जन्म 18 अगस्त, 2007 को हुआ है। उसने वर्ग नर्सरी से दशम तक की पढ़ाई तक्षशिला विद्यापीठ से पूरी की जहाँ दशम बोर्ड में 97.2% से विद्यालय का टॉपर रहा। गणित के स्वनामधन्य शिक्षक संजीव कुमार सिंह की छत्रछाया में उसने गणित की बारीकियाँ सीखी। माध्यमिक के बाद उसने चिन्मया विद्यालय, बोकारो से 94% अंक के साथ उत्तीर्णता प्राप्त की। इससे पहले जेइइ-मेंस की परीक्षा में उन्होंने 95.97 परसेंटाइल प्राप्त किया था। उसकी एकांत तमन्ना एआइ रोबोटिक्स इंजीनियर बनने का है। उसने अपनी सफलता का सारा श्रेय अपने परिवार और शिक्षकों को समर्पित की। डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को अपनी प्रेरणास्रोत मानने वाला अभ्यास फुर्सत के समय गुनगुनाता है और संगीत सुनने का आनंद लेता है। उसके अनुसार सफलता के लिए लक्ष्य निर्धारित करें, कड़ी मेहनत करें, आत्मविश्वास रखें, सकारात्मक दृष्टिकोण रखें, जीवन को सकारात्मक दृष्टिकोण से देखें और चुनौतियों को अवसर के रूप में देखें, सीखने की इच्छा रखें, नेटवर्क बनाएं, अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें, समय का प्रबंधन करें, अपनी गलतियों से न घबराएं, बल्कि उनसे सीखें और आगे बढ़ें दृढ़ता बनाए रखें।
