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सीएम हेमंत सोरेन का मास्टरस्ट्रोक:बाबा कार्तिक उरांव के नाम से जाना जाएगा सिरमटोली फ्लाइओवर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया विधिवत रूप से उद्घाटन

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संथाल हूल एक्सप्रेस विशेष संवाददाता सौरभ राय

रांची:झारखंड की राजधानी रांची में लंबे समय से चर्चा और विवादों में रहे डोरंडा-सिरमटोली फ्लाइओवर का गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने बड़ा निर्णय लेते हुए ऐलान किया कि यह फ्लाइओवर अब आदिवासी समाज के प्रतिष्ठित नेता बाबा कार्तिक उरांव के नाम से जाना जाएगा।

फ्लाइओवर के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परियोजना कई कारणों से चर्चा में रही, लेकिन सरकार ने हर कदम सोच-समझकर उठाया है ताकि किसी की भावना को ठेस न पहुंचे। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार का उद्देश्य राजनीति चमकाना नहीं, बल्कि जनहित में कार्य करना है। किसी को भी अनावश्यक रूप से बलि का बकरा बनाना हमारी नीति नहीं है।”

काफी समय से विवादों से घिरा था सिरमटोली फ्लाईओवर निर्माण
ज्ञात हो कि फ्लाइओवर का एक रैंप सरना स्थल के समीप पड़ने के कारण यह प्रोजेक्ट विवादों में घिर गया था। इसको लेकर बीते कुछ महीनों से विरोध प्रदर्शन हो रहे थे, और 4 जून को झारखंड बंद का भी आयोजन किया गया था। आदिवासी समाज का आरोप था कि सिरमटोली सरना स्थल के समीप रैम्प का निर्माण होना समाज के धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ करना है। अब विरोध के बावजूद मुख्यमंत्री ने अगले ही दिन फ्लाइओवर का उद्घाटन कर दिया, जिससे यह माना जा रहा है कि सरकार अब इस मुद्दे को सुलझा चुकी है।

कहा से कहा तक फ्लाईओवर जायेगा
2.34 किलोमीटर लंबा यह चार लेन का एलिवेटेड पथ सह रेल ओवर ब्रिज (आरओबी) सिरमटोली चौक से शुरू होकर राजेंद्र नगर चौक होते हुए मेकॉन गोलचक्कर तक जाता है। यह फ्लाइओवर रांची के ट्रैफिक दबाव को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर रांचीवासियों को यह फ्लाइओवर समर्पित करते हुए कहा कि लोगों के उत्साह और सहयोग से सरकार को और बेहतर तरीके से काम करने की प्रेरणा मिलती है।

आंदोलन की नेतृत्वकर्ता गीताश्री उरांव के पिता है कार्तिक उरांव
सिरमटोली फ्लाईओवर का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कर दिया लेकिन इसके साथ साथ सीएम द्वारा लिया गया निर्णय की सिरमटोली फ्लाईओवर बाबा कार्तिक उरांव के नाम से जाना जाएगा यह एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक के तौर पर देखा जा रहा है। यह निर्णय इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि फ्लाईओवर के रैम्प निर्माण का विरोध एक आंदोलन के तहत हो रहा था जिसका नेतृत्व पूर्व मंत्री गीताश्री उरांव कर रही थी और बाबा कार्तिक उरांव गीताश्री के पिता है अब देखना दिलचस्प होगा कि गीताश्री उरांव का क्या रुख होता है।

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