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ईशाकपुर पंचायत में योजनाओं में गड़बड़ी का आरोप, दुर्गा सोरेन सेना ने की जांच की मांग

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संवाददाता, पाकुड़ नगर

पाकुड़ जिले के ईशाकपुर पंचायत में चल रही विकास योजनाओं में भारी अनियमितता और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए दुर्गा सोरेन सेना के जिलाध्यक्ष उज्जवल भगत ने पंचायती राज मंत्रालय को एक विस्तृत शिकायत पत्र सौंपा है। उन्होंने जल मीनार, सड़क, नाली, कुआं एवं कब्रिस्तान बाउंड्री वॉल जैसे कार्यों में गुणवत्ताहीन निर्माण और पारदर्शिता की कमी की बात कही है।

शिकायत पत्र में उज्जवल भगत ने ईशाकपुर उत्क्रमित विद्यालय और रणडांगा विद्यालय में जल मीनार निर्माण को नियम विरुद्ध बताया है। उनका कहना है कि पुराने जल मीनार की मरम्मत की जगह नए निर्माण कर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कई योजनाओं के स्थलों पर एस्टिमेट बोर्ड नहीं लगाए गए हैं, जिससे योजनाओं की पारदर्शिता पर सवाल उठते हैं। रणडांगा गांव में हाल ही में बनी नाली के ढक्कन टूटने से बच्चे गिरकर घायल हो रहे हैं, वहीं फतेपुर में तालाब के किनारे और निजी घरों में कुओं का निर्माण भी संदेह के घेरे में है।

कब्रिस्तान की बाउंड्री वॉल में घटिया छड़ और सामग्री के उपयोग का भी आरोप लगाया गया है। उज्जवल भगत ने बताया कि बिल एक जगह का बनाकर कार्य दूसरी जगह कराया गया है।

प्रशासनिक चुप्पी से लोगों में नाराज़गी—-
शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने जिला पंचायत राज पदाधिकारी (DPRO) प्रीति लता मुर्मू और कर्लायल के कर्मचारी सुशील कुमार को कई बार शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

ग्रामीणों ने भी उठाई आवाज—
शिकायत में यह भी बताया गया है कि कई ग्रामीण, पंचायत प्रतिनिधि और वार्ड सदस्य भी इन गड़बड़ियों की पुष्टि कर चुके हैं। शिकायत के साथ फोटो और दस्तावेज़ भी संलग्न किए गए हैं।

दुर्गा सोरेन सेना की चेतावनी—-
दुर्गा सोरेन सेना ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। उज्जवल भगत ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन आंदोलन का रास्ता अपनाएगा।

सरकारी प्रतिक्रिया का इंतजार—
अब निगाहें झारखंड सरकार और स्थानीय प्रशासन पर टिकी हैं कि वे इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाते हैं।

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