ममता जायसवाल संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने मंगलवार को आदिवासी धर्म कोड और जाति जनगणना के समर्थन में एक महाधरना आयोजित किया, जिसमें हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग, पार्टी कार्यकर्ता, विधायक और स्थानीय निवासी शामिल हुए। यह धरना प्रदर्शन बाजार समिति के पास आयोजित किया गया।
- * धरने में महेशपुर विधायक प्रोफेसर स्टीफन मरांडी, लिट्टीपाड़ा विधायक हेमलाल मुर्मू के अलावा पार्टी के जिला अध्यक्ष अरुण इस्लाम, उपाध्यक्ष हाजी अहमद अली और पूर्व जिला अध्यक्ष श्याम यादव ने हिस्सा लिया। धरने में आदिवासी समुदाय की महिलाओं की संख्या भी उल्लेखनीय थी, जो इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाती है।
- * विधायक हेमलाल मुर्मू ने जाति जनगणना पर विशेष सत्र बुलाने का ऐलान किया, जिसमें आदिवासी धर्म कोड और सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पेश किया जाएगा।
महेशपुर विधायक स्टीमर मरांडी ने पिछले पांच वर्षों में आदिवासी धर्म कोड के लिए केंद्र सरकार को भेजी गई याचिका का उल्लेख करते हुए कहा, “इतने सालों तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?” उन्होंने इसके प्रत्यक्ष हल की आवश्यकता पर जोर दिया।
इस धरना प्रदर्शन का उद्देश्य आदिवासी समुदाय के अधिकारों और पहचान को मजबूत करना है। आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव पारित करना और जाति जनगणना को उचित तरीके से लागू करना इन आयोजनों का प्रमुख उद्देश्य है।
धरना प्रदर्शन में जिला उपाध्यक्ष हरवंश चौबे, जिला सचिव माइकल मुर्मू, केंद्रीय सदस्य श्याम यादव और अन्य कई कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
झारखंड मुक्ति मोर्चा का यह आयोजन न केवल आदिवासी समुदाय के अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने का प्रयास है, बल्कि यह एक गंभीर मांग भी है, जिसके तहत स्थानीय नेताओं की एकता और समाज की भागीदारी साफ दिखाई देती है। यह धरना एक सकारात्मक कदम है जो आगे चलकर आदिवासी समुदाय की पहचान और उनके हक के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।
