भुक्तभोगी ने शाखा प्रबंधक और बीसी संचालक पर लापरवाही का आरोप
29 अप्रैल को बैंक में शिकायत के बावजूद 12500 रु की निकासी जिम्मेदार कौन?
विकास कुमार यादव
हंटरगंज/चतरा:- हंटरगंज थाना क्षेत्र के मीरपुर निवासी एक महिला को कोई कॉल भी नहीं आया और न ही उसने किसी से कोई जानकारी शेयर की, बावजूद उसके एकाउंट से 5 बार में 38000 रुपये की अवैध निकासी हो गयी. यह रकम महिला के एकाउंट से उसके द्वारा निकासी होने की जानकारी मिल रही है. इस संबंध में पीड़ित महिला मीरपुर निवासी पूनम कुमारी ने शनिवार शाम में मामले की शिकायत देने हंटरगंज थाना पहुंची. उसने बताया कि 22अप्रैल को उसके एकाउंट से दो बार में 9000 और 7500 रुपए की निकासी हुई इसके बाद 26 अप्रैल को 7000 रुपया निकासी की गई। जब मुझे इसकी जानकारी हुई तो तुरंत 29 अप्रैल को अपने बैंक ऑफ इंडिया शाखा गोसाईडीह में इसकी शिकायत की। शिकायत के बाद पुनः 2 मई को मेरे एकाउंट से 10000 रुपए और 2500 रुपए की निकासी की गई। जिससे मेरे एकाउंट का सारे रकम खत्म हो गये हैं.
पूनम का आरोप है कि बैंक मैनेजर और बीसी संचालक की लापरवाही से कारण मेरा खाता से 12500 रूपए की निकासी हुई है। 29 मई को शिकायत के बाद भी बैंक कर्मी और बीसी संचालक इसे गम्भीरता से नहीं लिया महिला का एकाउंट बैंक ऑफ इंडिया गोसाईडीह शाखा में है. भुक्तभोगी महिला की बहन की शादी है जब वह बैंक गयी और स्टेटमेंट निकलवायी तो मामले की जानकारी हुई. इसके बाद वह शिकायत देने हंटरगंज थाना पहुंची. मामले में ठगी की रकम वापस कराने का आग्रह करते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की है.
इधर इस संबंध में पूछे जाने पर बैंक मैनेजर प्रिंस कुमार ने बताया कि महिला ने आवेदन सिर्फ कैसे पैसा निकासी हुई है उसकी जानकारी के लिए शिकायत की थी ना की खाता फ्रीज करने के लिए इसलिए मैं इस संबध में अवैध निकासी का स्टेटमेंट वरीय कर्मचारी को दे दिया हूं.अभी तक मिनी स्टेटमेंट नहीं आई है.
अब ऐसे में सवाल उठता है कि यदि बैंक को 29 अप्रैल को अवैध निकासी की शिकायत की गई तो बैंक ने इसे गम्भीरता से क्यों नहीं लिया, यदि मामले को गम्भीरता से लिया जाता तो शायद भुक्तभोगी महिला का 12500 रुपया की राशि बच सकती थीं आखिर इसका जिम्मेदार कौन है किया बैंक कर्मी अपने कार्य को अच्छे से निर्वहन नहीं कर रहे हैं?
फिलहाल हंटरगंज थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है
