राँची भाजपा किसान मोर्चा (झारखंड) के प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू ने पहलगाम में कथित किसान नेता नरेश टिकैत के हालिया बयानों की कड़ी आलोचना की है। साहू ने टिकैत की टिप्पणियों को देशद्रोही और राष्ट्रविरोधी करार देते हुए कहा कि उनके बयान शहीदों और उनके परिजनों का अपमान हैं।
पवन साहू ने कहा, “पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा 26 हिंदू तीर्थयात्रियों की निर्मम हत्या के बाद पूरा देश आक्रोशित है। ऐसे समय में टिकैत का बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और असंवेदनशील है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया है, जिसमें पाकिस्तान के साथ राजनीतिक संबंधों को समाप्त करना और बाघा-अटारी बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह को रद्द करना शामिल है।
साहू ने कहा, “भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, और मोदी जी की सरकार ने स्पष्ट किया है कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते।” उन्होंने टिकैत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पूछा, “जिस देश के राष्ट्रपति हमारे निर्दोष नागरिकों की हत्या करवा रहे हैं, उनके हुक्का-पानी को बंद करने में क्या हर्ज है?”
टिकैत का यह बयान, जिसमें उन्होंने कहा था कि “भारत और पाकिस्तान का किसान एक है,” को लेकर साहू ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा, “अगर नरेश टिकैत को पाकिस्तान से इतना प्रेम है, तो उन्हें वहां चले जाना चाहिए।”
साहू ने टिकैत से मांग की कि उन्हें देश की जनता और किसानों से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने यह भी जोर दिया कि ऐसे राष्ट्रविरोधी तत्वों का सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए।
