राज्य में दिव्यांग जनों की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति पर चर्चा
संथाल हूल एक्सप्रेस संवाददाता
दुमका : 29 मार्च को बिरसा दिव्यांग समिति और साइटसेवर्स इंडिया के सहयोग से आत्मा प्रशिक्षण केंद्र, एग्रो पार्क, दुमका में दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में दिव्यांग विशेषज्ञ अजीत कुमार मुख्य प्रशिक्षक के रूप में उपस्थित हुए। उन्होंने झारखंड में दिव्यांग जनों की सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा की और उनके सशक्तिकरण के लिए प्रस्तावित कार्ययोजना पर मार्गदर्शन दिया। बिरसा दिव्यांग समिति ने 2025-26 के लिए अपनी वार्षिक कार्ययोजना प्रस्तुत की, जिसमें दिव्यांग जनों के समग्र विकास और अधिकारों की रक्षा के लिए कई महत्वपूर्ण लक्ष्य तय किए गए हैं। समिति का मुख्य उद्देश्य दुमका जिले के सभी दिव्यांग जनों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए यूनिक डिसएबिलिटी आईडी प्रमाण पत्र बनवाना है। इसके अलावा, सार्वजनिक भवनों को दिव्यांग अनुकूल बनाने के लिए प्रयास किया जाएगा, जिससे दिव्यांगजन बिना किसी बाधा के अपनी दिनचर्या के कार्य सुगमता से कर सकें। दिव्यांग बच्चों को समावेशी या विशेष विद्यालयों में नामांकन दिलाने की योजना बनाई गई है, ताकि वे बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकें। उच्च शिक्षा में दिव्यांगजनों की समस्याओं को हल करने और सरकारी सहयोग से छात्रावास निर्माण करवाने के लिए भी कार्य किया जाएगा। रोजगार और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं के सहयोग से दिव्यांग जनों को स्वरोजगार से जोड़ने की दिशा में कार्य होगा। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं में दिव्यांग जनों के लिए आरक्षण सुनिश्चित करने की मांग की जाएगी, ताकि वे अपने अधिकारों का पूरा लाभ उठा सकें। आयुष्मान भारत योजना के तहत बिना किसी आर्थिक शर्त के सभी दिव्यांगजनों को जोड़ने का प्रयास किया जाएगा, जिससे उन्हें निःशुल्क स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। सरकारी नौकरियों में दिव्यांग जनों के आरक्षण के अनुरूप रिक्त पदों को भरने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसके अलावा, दिव्यांग जनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई गई है, जिसमें राष्ट्रीय और गैर-सरकारी संस्थाओं के सहयोग से प्रशिक्षण दिया जाएगा। समिति झारखंड सरकार से दिव्यांग जनों के लिए एक अलग विभाग या निदेशालय स्थापित करने की मांग करेगी, ताकि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए एक केंद्रीकृत प्रशासनिक इकाई बनाई जा सके। संगठन सतत विकास लक्ष्य (SDG) में दिव्यांग जनों के समावेशन को जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू करवाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा, ताकि उन्हें शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में समान अवसर मिल सकें। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता बिरसा दिव्यांग समिति के अध्यक्ष नितेश कुमार ने की। प्रशिक्षण में समिति के सचिव सिक्की कुमारी, कोषाध्यक्ष-सह-निर्देशक प्रियतम कुमार सिंह, दुमका प्रखंड समन्वयक डमरूधर सिंह, काठीकुंड प्रखंड समन्वयक साकेत अंसारी, सदस्य देवकी कुमारी, जानकी कुमारी, संजीव कुमार मोहली, रामगढ़ प्रखंड अध्यक्ष काशीनाथ राय, अजित राय, तान्या कंप्यूटर सेंटर के संचालक विवेक कुमार सिंह, रिना कुमारी, मेम मंडल, सुमिता बेसरा, मुन्ना पंडित, रामजीवन राय, संजीव मुर्मू, समिति के संरक्षक रवि रंजन, संदीप मरांडी, चंदन कुमार, तेजो राय, अमित सोरेन सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे। बिरसा दिव्यांग समिति की यह कार्ययोजना दिव्यांग जनों के अधिकारों और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उनके समावेशी विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
