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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री आवास में आयोजित दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम में शामिल हुए: रमजान के पाक महीने में भाईचारे का संदेश

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रांची: झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज मुख्यमंत्री आवास में आयोजित दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम में शामिल होकर सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का संदेश दिया। इस अवसर पर, उन्होंने सभी रोजेदारों को रमजान की दिली मुबारकबाद दी और उनके साथ इफ्तार किया। मुख्यमंत्री ने रमजान के इस पाक महीने को सभी के जीवन में खुशियां लाने की कामना की और सभी के स्वस्थ रहने की दुआ की।
मुख्यमंत्री का संदेश:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने संबोधन में रमजान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह महीना आत्म-संयम, त्याग और ईश्वर के प्रति समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि रमजान हमें जरूरतमंदों की मदद करने और समाज में एकता और सद्भाव को बढ़ावा देने की प्रेरणा देता है। मुख्यमंत्री ने सभी से इस पवित्र महीने में शांति, भाईचारे और सद्भाव का संदेश फैलाने का आह्वान किया।
इफ्तार कार्यक्रम का आयोजन:
मुख्यमंत्री आवास में आयोजित इस इफ्तार कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रोजेदारों ने भाग लिया। कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोग शामिल हुए, जो झारखंड की सांस्कृतिक विविधता और एकता का प्रतीक था। मुख्यमंत्री ने सभी के साथ बैठकर इफ्तार किया और उनसे बातचीत की। उन्होंने सभी को रमजान की शुभकामनाएं दीं और उनके अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि की कामना की।
रमजान का महत्व:
रमजान मुसलमानों के लिए एक पवित्र महीना है, जो इस्लामी कैलेंडर के नौवें महीने में मनाया जाता है। इस महीने में, मुसलमान सूर्योदय से सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं, जिसमें वे भोजन और पानी से परहेज करते हैं। रोजा रखना मुसलमानों के लिए ईश्वर के प्रति अपनी भक्ति और समर्पण को व्यक्त करने का एक तरीका है। यह उन्हें आत्म-संयम, धैर्य और सहानुभूति जैसे गुणों को विकसित करने में भी मदद करता है।
रमजान के दौरान, मुसलमान कुरान का पाठ करते हैं, प्रार्थना करते हैं और जरूरतमंदों को दान करते हैं। वे अपने परिवार और दोस्तों के साथ इफ्तार (रोजा तोड़ने का भोजन) भी करते हैं। रमजान का महीना भाईचारे और सद्भाव का प्रतीक है, और यह लोगों को एक साथ लाने और समाज में एकता को बढ़ावा देने का एक अवसर है।
सांप्रदायिक सौहार्द का संदेश:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का दावत-ए-इफ्तार कार्यक्रम में शामिल होना सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे का एक महत्वपूर्ण संदेश है। यह कार्यक्रम झारखंड की सांस्कृतिक विविधता और एकता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री ने सभी धर्मों और समुदायों के लोगों को एक साथ लाने और समाज में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देने का प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री की पहल:
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिछले कुछ वर्षों में झारखंड में सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने सभी धर्मों और समुदायों के लोगों के साथ संवाद स्थापित किया है और उन्हें एक साथ लाने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है। मुख्यमंत्री की इन पहलों ने झारखंड में सांप्रदायिक सद्भाव को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

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